बलिया में ट्रेनों में आगजनी के बाद रेलवे सख्त, सैदपुर में बिना स्टॉपेज घंटों रोकी गयी एक्सप्रेस ट्रेन, स्टेशन के बाहर खाने-पीने के सामान हुए खत्म
सैदपुर। भारतीय सेना की अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार समेत यूपी के बलिया में हुए विरोध प्रदर्शन व ट्रेनों में आगजनी के बाद रेलवे ने शुक्रवार को सख्त निर्णय लिया। सैदपुर समेत औड़िहार में रेलवे कंट्रोल के आदेश के बाद कुछ ट्रेनें स्टेशनों पर रोक दी गई हैं। अचानक ट्रेनों के रोक दिए जाने से रेल यात्रियों की काफी फजीहत हुई। शुक्रवार की सुबह लखनऊ से छपरा के रास्ते फरुर्खाबाद जाने वाली लखनऊ छपरा डाउन ट्रेन को रेलवे कंट्रोल ने सैदपुर भितरी रेलवे स्टेशन पर ही रोक दिया। जिसके बाद उसमें सफर कर रहे रेल यात्री काफी परेशान हो गए। सभी जाकर स्टेशन मास्टर से पूछताछ कर रहे थे। स्टेशन मास्टर ने बताया कि ऊपर से आदेश है, जिसके चलते ट्रेन रोकी गयी है। इस दौरान अधिकांश यात्री पैदल ही बस स्टैंड की तरफ रवाना होने लगे, इधर यात्रियों की अधिकता से स्टेशन के बाहर खाने पीने के सामानों की भी किल्लत हो गयी। इस दौरान ट्रेन की एसी कोच में बैठे लोगों को तो ज्यादा परेशानी नहीं हुई लेकिन भारी उमस भरी गर्मी के चलते सामान्य व स्लीपर कोच में सवार लोग गर्मी व भूख-प्यास से घण्टों तक बिलबिला गए। स्टेशन के बाहर खाद्य सामग्री की दुकानों पर सामान व पानी भी खत्म हो गए थे। कई यात्रियों के सामने आगे जाने की समस्या पैदा हो गयी थी। ट्रेन के आगे जाने का कोई तय समय निर्धारित न होने के चलते कई यात्री पैदल ही रवाना हो गए। बता दें कि बलिया में ट्रेन की कई बोगियों में कई गयी आगजनी के चलते सभी ट्रेनों को सुरक्षा के चलते स्टेशन पर ही रोक दिया गया है। हालांकि सैदपुर के कई क्षेत्रों में बवाल टल गया। सैदपुर क्षेत्र के माहपुर रेलवे स्टेशन, तरांव रेलवे स्टेशन पर कुछ मनबढ़ युवक उपद्रव करने की नीयत से जुटे। सूचना पर तत्काल कोतवाल तेजबहादुर सिंह पुलिसकर्मियों संग पहुंचे और सभी को समझा बुझाकर वापिस भेज दिया। वहीं सैदपुर भितरी रेलवे स्टेशन पर भी सुबह ही मनबढ़ जुटे, जिसके बाद पहुंचे पुलिसकर्मियों ने जब वीडियोग्राफी शुरू की तो सभी मनबढ़ मौके से फरार हो गए। कोतवाल ने बताया कि क्षेत्र में किसी तरह का अशांत माहौल नहीं है, सब कुछ नियंत्रण में है।