यूपी बोर्ड परीक्षाओं में 6 सालों से कायम है छात्राओं का दबदबा, अबकी बार के परिणाम के इंतजार में अभिभावक
बिंदेश्वरी सिंह
खानपुर। यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम में अक्सर छात्राओं का ही परचम लहराता रहा है। इंटरमीडिएट में लगातार छह सालों से छात्राओं का जलवा बरकार है। छात्रों की तुलना में छात्राएं अधिक संख्या में पास हो रही हैं और न केवल पास हो रही हैं, बल्कि टॉपर भी बन रही हैं। वहीं हाईस्कूल में छह सालों में मात्र एक साल यानी 2019 में छात्र आगे निकल पाए, वरना दसवीं में भी लगातार छात्राएं ही बाजी मार रही हैं। उत्तर प्रदेश में यूपी बोर्ड के इस बार पचास लाख से अधिक छात्रों ने पंजीयन किया था, लेकिन लगभग 47 लाख छात्रों ने ही पूरी परीक्षा दी है। अब सभी को परीक्षा परिणाम का इंतजार है। पिछले छह सालों की तुलना में कोरोना काल में पिछले साल का परिणाम सबसे अच्छा रहा यानि अधिक बच्चे पास हुए थे। सभी अभिभावकों सहित शिक्षकों की उत्सुकता है कि इस बार रिजल्ट कैसा रहेगा। रिजल्ट को लेकर छात्राएं सबसे अधिक उत्साहित हैं, क्योंकि पिछले छह सालों में लड़कियों का ही जलवा कायम रहा है इस बार देखना है कौन नंबर वन पर रहेगा। कोरोनाकाल से पहले तक छात्रों का पास होने का प्रतिशत लगभग 74 और हाईस्कूल में 83 फीसदी था। लेकिन कोरोना काल में बढ़कर इंटरमीडिएट का 97 और हाईस्कूल लगभग 99 फीसदी पहुंच गया था।