महिलाओं ने अखंड सुहाग व सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखा वट सावित्री का व्रत, की गई पूजा
खानपुर। अखंड सौभाग्य, सुखी वैवाहिक जीवन और पति की लंबी आयु के लिए सोमवार को महिलाओं द्वारा वट सावित्री व्रत रखा गया। इस दौरान महिलाओं द्वारा सावित्री, सत्यवान और वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा करने के साथ कथा श्रवण किया गया। ज्योतिषी शुभम पाण्डेय ने बताया कि ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को वट सावित्री व्रत के दिन सुबह से ही सुकर्मा योग प्रारंभ हो गया है, ये रात 11ः39 बजे तक मान्य होगा। सर्वार्थ सिद्धि योग भी प्रातः 07ः12 बजे से पूरे दिन वट सावित्री पूजन का सर्वार्थ सिद्धि योग कार्यों में सफलता प्रदान करने वाला योग है। कथानुसार सावित्री के पति सत्यवान की जब अकाल मृत्यु हो जाती है तो यमराज उनके प्राण लेकर जा रहे होते हैं, तब सती सावित्री भी यमराज के पीछे पीछे चल देती हैं। यमराज उनको समझाते हैं कि उनके पति अल्पायु थे इसलिए उनका समय पूरा हो चुका है। उनको अब जाना होगा तब सावित्री अपने पत्नी धर्म की बात करती है कि जहां पति जाएंगे वहां पत्नी भी जाएगी। सावित्री के पतिव्रता धर्म से प्रसन्न होकर यमराज को सत्यवान के प्राण लौटाने पड़े। ज्योतिषी ने कहा कि सुहागिन महिलाएं वट सावित्री व्रत रखने से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता हैं।