गेहूं की फसल को आग से बचाने को पूरे दिन कट रही बिजली, बेकार पड़े किसानों के थ्रेसर
खानपुर। ग्रामीण इलाकों में गेहूं उत्पादक किसान अपने फसल की मड़ाई के लिए ट्रैक्टरों के सहारे चलाने वाले थ्रेसर से मड़ाई करने को विवश है। विद्युत विभाग द्वारा सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक सप्लाई काट दी जा रही है। खेतों में खड़ी फसलों को आग से बचाने के लिए विभाग दिन भर आपूर्ति बंद कर दे रही है। जिसके चलते ग्रामीण किसानों के पम्पिंग सेट पर लगे थ्रेसर से मड़ाई नहीं हो पा रही है। गेहूं की तैयार फसल को किसान जल्दी से जल्दी निकालकर अपने घर में रख लेना चाहते है। क्रय केन्द्रों पर गेहूं पहुंचाने की होड़ में किसान अपने फसल के दानों को जल्दी निकालना चाहते हैं। बिजली के अभाव में किसानों को ट्रैक्टर के इंजन से चलने वाले पोर्टेबल थ्रेसर से अपने दरवाजे पर गेहूं की मड़ाई कर रहे हैं। महंगे डीजल की वजह से किसानों को इंजन या ट्रैक्टर के सहारे गेहूं की मड़ाई करना काफी महंगा पड़ रहा है। थ्रेसर को अपने घर के पास मड़ाई करने से किसानों को अनाज भूसा ढोने की सहूलियत मिल जाती है। इस साल गेहूं की पैदावार काफी अच्छी हुई है। मौसम से मदद मिलने के बाद गेहूं का उत्पादन बढ़ा है। हम लोग भी जल्दी से जल्दी अनाज निकालकर क्रय केन्द्रों तक पहुंचाना चाहते हैं, ताकि फसलों की उचित कीमत समय से मिल सके। किसानों के पास रखे साधारण थ्रेसर अनुपयोगी साबित हो रहे हैं, जल्दी और समय से मड़ाई के लिए किसान इंजन लगे बड़े थ्रेसर को अपने घरों के पास मड़ाई को ज्यादा पसंद कर रहे हैं।