खत्म हुआ खरमास, तीन साल में पहली बार बिना किसी पाबंदी के संपन्न होंगे मांगलिक कार्य, मची धूम





खानपुर। खरमास की वजह से करीब एक माह से सहालग, शादी, विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों पर रोक लगी हुई थी। परन्तु गुरुवार से खरमास समाप्त होने के बाद अब शादी विवाह का लोगों के लिए समय अनुकूल हो गया है। अब बैंडबाजे और डीजे की तेज धुनों पर लोगों के थिरकने का समय शुरू हो गया है। पिछले दो सालों से कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के कारण शादियों में प्रतिबंध झेल चुके लोग इस साल खूब धूमधाम से शादी विवाह की तैयारी कर रहे हैं। अबकी बार न तो मेहमानों के संख्या का सवाल है, न ही नाच-गाने, खाने-पीने, डीजे और आने जाने की रोक टोक है। पिछले महीने सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही खरमास लग गया था, जिसके बाद शादी विवाह जैसे तमाम शुभ कार्यों पर रोक लग गई थी। अब खरमास समापन से लेकर देवशयन एकादशी तक पूरे चार महीने के लिए सभी शुभ कार्यों से पाबंदी हट जाएगी। इस दौरान चार महीने में कुल 40 से अधिक वैवाहिक शुभमुहूर्त है। इस दौरान शादी विवाह, देव प्रतिष्ठा, भवन निर्माण, गृह प्रवेश आदि जैसे मांगलिक कार्य अब से प्रारंभ हो जाएंगे और 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी से चतुर्मास लगते ही शुभ कार्य पुनः बंद हो जाएंगे। आगे ये पाबंदी 4 नवंबर को देवउठनी एकादशी तक रहेगी। मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत होते ही बाजारों की रौनक बढ़ गई है। कपड़ों कॉस्मेटिक जूता चप्पल से लेकर टीवी, फ्रिज, फर्नीचर, सोफा, बेड और डाल, मउनी, सेहरा, मउरा की दुकानें सज धज कर तैयार हैं। ब्यूटी पार्लर और टेंट संचालकों से लेकर कैटरिंग वाले व खाना बनाने वाले हलवाइयों तक की बुकिंग शुरू हो गई है। बैंड वालों के साथ जोड़ी घोड़ी वालों की चांदी कट रही है। बारातियों को ले जाने और बहुओं की विदाई कराने के लिए चारपहिया गाड़ियों की बुकिंग जोरों पर है। लगन खुलने से जहां वैवाहिक वर वधुओं के साथ परिवार वाले खुश हैं, वहीं बाजारों के दुकानदार भी बिक्री को लेकर खूब उत्साहित हैं।



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