ईएमटी की सूझबूझ से फिर हुआ एंबुलेंस में सुरक्षित प्रसव, अब तक ढाई सौ से अधिक हो चुके हैं सुरक्षित प्रसव
ग़ाज़ीपुर। जनपद में संचालित 108 व 102 एंबुलेंस सुचारु रूप से अपनी सेवाएँ दे रही हैं। गर्भवती को आपात स्थिति में सुरक्षित प्रसव कराने में महत्ती भूमिका निभा रही हैं। कुछ ऐसा ही बुधवार को मनिहारी ब्लॉक में देखने को मिला, जहां 102 एंबुलेंस के लिए मनिहारी ब्लॉक के बुजुर्गा गांव से कॉल किया गया था। इसके बाद करीब 15 मिनट में 102 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और गर्भवती को स्वास्थ्य केंद्र के लिए लेकर निकली। रास्ते में ही प्रसव पीड़ा बढ़ गई और आपात स्थिति में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) की सूझबूझ से एंबुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया गया। 108 एंबुलेंस के ब्लॉक प्रभारी दीपक राय ने बताया कि मनिहारी ब्लॉक के बुजुर्गा गांव की सीमा को प्रसव पीड़ा होने पर 102 एंबुलेंस को कॉल किया गया था, जिसके बाद पायलट सदन सिंह और ईएमटी कन्हैया कुशवाहा द्वारा त्वरित रिस्पांस करते हुए लोकेशन पर पहुंच कर गर्भवती को स्वास्थ्य केंद्र लेकर चलने लगे। रास्ते में ही पीड़ा बढ़ जाने की वजह से एंबुलेंस में प्रसव कराना पड़ा। ईएमटी की मदद से सुरक्षित प्रसव कराया गया और उसके पश्चात जच्चा और बच्चा को मनिहारी स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया जहां पर दोनों स्वस्थ बताए गए। दीपक ने बताया कि एंबुलेंस मे प्रसव होने से परिवार के लोग परेशान थे, लेकिन जब डॉक्टर ने दोनों को स्वस्थ बताया तब परिवार के लोगों ने विभाग की सराहना की। उन्होंने बताया कि जनपद में एंबुलेंस में सुरक्षित प्रसव की संख्या लगभग 250 पहुंच चुकी है जो अपने आप में एक बड़ी कामयाबी है। उन्होंने बताया कि जनपद में 102 एंबुलेंस की संख्या 42 है, जिससे करीब 11 हजार लाभार्थियों को सेवा दी गई हैं। वहीं 108 एंबुलेंस की संख्या 37 है जिससे करीब 40 हजार मरीजों को स्वास्थ्य लाभ दिया गया है।