किसी और ने नहीं बल्कि युवती के मंगेतर ने ही काटा था युवती का गला, अप्रैल में होने वाली थी शादी, हुआ गिरफ्तार
सैदपुर। वाराणसी के चौबेपुर थानाक्षेत्र के राजवाड़ी हवाई पट्टी किनारे लहूलुहान हाल में मिली युवती के गले पर किसी और ने नहीं, बल्कि उसके ही मंगेतर ने हत्या की नियत से ब्लेड मारा था। इसके बाद उसे सड़क किनारे फेंककर फरार हो गया था। लेकिन ईश्वर को उसकी मौत मंजूर नहीं थी, जिसके चलते वहां देवदूत बनकर समय से दो युवक पहुंच गए और एंबुलेंस बुलाने के साथ ही युवती के भाई को भी फोन कर दिया था। ससमय उपचार के चलते उसकी जान बच गई। कुछ और देर हो जाती तो खून की कमी से उसकी मौत हो जाती। पुलिस ने आरोपी मंगेतर को घटना में प्रयुक्त कार संग गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। औड़िहार के गैबीपुर निवासिनी सोनम की शादी अप्रैल में शेखपुर निवासी अजय मौर्य संग तय थी। आरोपी डी फार्मा का छात्र है और उसका चक्कर किसी और से चल रहा था। ऐसे में वो सोनम पर शादी के लिए इंकार करने के लिए दबाव बना रहा था। सोमवार की सुबह उसने फोन पर सोनम से बात की और कार लेकर उसके ईशोपुर स्थित रामकरन पीजी कॉलेज के पास पहुंचा। इधर सोनम बीए तृतीय वर्ष में पंजीकरण कराने के बाद जाकर आरोपी मंगेतर की कार में बैठ गई। वहां से आरोपी कार को आगे ले गया। रास्ते में भी उसने शादी से मना करने को कहा तो सोनम ने कहा कि अगर उसे शादी नहीं करनी है तो वो खुद इंकार करे। जिसके बाद आरोपी अजय आक्रोशित हो गया और उसने साथ लाए ब्लेड से सोनम के गले पर 3 वार किए और उसे सड़क किनारे फेंककर फरार हो गया। बुधवार को उपचार के दौरान बोलने की स्थिति में होने पर सोनम ने पुलिस को आप बीती सुनाई। जिसके बाद पुलिस ने सोमवार की रात औड़िहार त्रिमुहानी के पास से आरोपित अजय घटना में प्रयुक्त कार संग गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त ब्लेड भी बरामद किया और संबंधित धारा के तहत कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया। इधर सोनम ने बताया कि ब्लेड लगने के बावजूद वो बाहर निकलकर शोर मचा रही थी, उसी छीनाझपटी में अजय ने उसका स्वेटर खींचा तो वो स्वेटर छोड़कर भागने की कोशिश करने लगी। उसी कोशिश में उसकी घड़ी भी गिर गई। इधर सोनम के विरोध को देखकर अजय मौके से फरार हो गया। कुछ ही देर में उधर से गुजर रहे दो युवकों ने उसकी मदद की और बाइक पर बिठाकर टोल प्लॉजा तक लाए और वहां से हाईवे के एंबुलेंस से उसे सैदपुर सीएचसी भेजा। इधर सैदपुर समेत खानपुर पुलिस हरकत में आ गई और जांच में जुट गई। घटनास्थल चौबेपुर का होने के बावजूद सैदपुर कोतवाली में ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बरामद कार के बारे में पता किया तो वो गांव निवासी एक शिक्षक की निकली। उससे पूछने पर उसने बताया कि आरोपी ने उसकी कार को मांगा और अपनी स्कॉर्पियो उसे चलाने को दी।