कर्मचारी हितों पर काम करते कुर्बान कर दिया जीवन, महान व्यक्तित्व थे डीएन सिंह - अरविंद राय





गाजीपुर। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री और जिलाध्यक्ष रहे कर्मचारी नेता स्व. डीएन सिंह की 59वीं जयंती फुल्लनपुर स्थित आवास पर श्रमिक उत्थान समिति के तत्वावधान में मनाई गई। इस दौरान डीएन सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। परिषद के संरक्षक अरविंद नाथ राय ने कहा कि कर्मचारी हितों की खातिर हमेशा लड़ाई लड़ने वाले ऐसे कर्मचारी नेता आदर्श प्रतिमान स्थापित करते हैं। डीएन सिंह कर्मचारी हितों की को ही सर्वोपरि मानते थे। वो कर्मचारियों व असहायों मसीहा थे। उनके कार्यों व पदचिह्नों पर चलने से ही कर्मचारी तथा समाज का भला हो सकेगा। समिति के अध्यक्ष चौधरी दिनेश चंद्र राय ने उनको याद करते हुए कहा कि वह कर्मचारियों के किसी भी हद तक जाकर सम्मान के लिए लड़ाई लड़ने को तैयार रहते थे। परिषद के मण्डल अध्यक्ष डीएस राय ने कर्मचारी हृदय सम्राट संगठन के पुरोधा डीएन सिंह को नमन करते हुए कहा कि आज भले हम लोगों के बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी उपलब्धियां उनका संघर्ष उनका संगठन के प्रति त्याग आज भी जीवंत है। कर्मचारियों के समस्याओं को समाधान के लिए जनपद में तमाम ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन उनके द्वारा किया गया, जो अपने आप में बेमिसाल था। जिलाध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव ने कहा कि कर्मचारी एकता को बनाए रखना सभी का कर्तव्य है। इस बूते हर लड़ाई जीती जा सकती है। हम सभी को डीएन सिंह के बताए रास्ते पर चलते हुए संगठन की मजबूती बनाए रखना होगा। माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नारायण उपाध्याय ने कहा कि कर्मचारी हितों के लिए डीएन सिंह द्वारा किए गए कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता। वह कर्मियों के सच्चे हितैषी थे। परिषद के चेयरमैन बालेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि डीएन सिंह के पदचिह्नों पर चलते हुए हमें अपने हक हकूक के लिए सभी कर्मचारियों को एकजुट होकर हर संघर्ष के लिए आगे बढ़ना होगा। आलोक कुमार राय ने कहा कि मीटिंग, धरना, प्रदर्शन से बचने वाली सोच को दूर करना होगा, तभी कर्मचारियों को उनका हक पूरी तरह मिल सकेगा। श्रीनिवास चौबे ने डीएन सिंह को याद करते हुए कहा कि अब चुप बैठे तो बरसों के संघर्ष के बाद मिले अधिकार भी छिन जाएंगे। मजदूरों और कर्मचारियों के अधिकार बढ़ाने के बजाय हुकूमत इन्हें कम करने की साजिश रच रही है। जरूरत मुट्ठी तानने की है, ताकि हुक्मरानों को अपने फैसलों पर दुबारा विचार करने के लिए मजबूर किया जा सके। श्रम सुधारों के नाम पर मेहनतकशों के साथ गद्दारी को हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस दौरान गायत्री सिंह ने गरीब छात्रों को पठन सामग्री वितरित करते हुए भोजन कराया। इस मौके पर रविन्द्र नाथ तिवारी, राकेश पाण्डेय, अभय सिंह, अजय कुमार सिंह, रमाकांत, आशुतोष पाण्डेय, अशोक कुमार सिंह, सुनील कुमार, राजीव कुमार सिंह, नीरज कुमार राय, राजवीर सिंह आदि मौजूद रहे।



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