शारदा सहायक नहर के लालगंज राजवाहे के बेपानी होने से सूख रही सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल, किसानों में आक्रोश


भीमापार। क्षेत्र स्थित शारदा सहायक नहर खंड 23 लालगंज राजवाहा में पानी न आने पर किसानों ने रोष व्याप्त है। क्षेत्र के दर्जनों गाँव में सिंचाई के लिए जिम्मेदार नहर में इस समय पानी का अभाव है। मंगारी गाँव निवासी किसान अरविंद सिंह ने बताया कि नहर में पानी न आने से इस समय गेहूं के फसल की सिंचाई नहीं हो पा रही है। जिसके कारण सैकड़ों एकड़ खेत बेपानी पड़े हैं। जबकि इस समय गेहूं की फसल की पहली सिंचाई का सीजन है, गेहूं की फसल बोने के 20 से 25 दिनों में पहली सिंचाई कर देनी चाहिए, लेकिन गेहूं को बोए महीनों हो गये और आज तक नहर में पानी नहीं पहुंचा। ऐसे में गेहूं की फसल पानी के अभाव में खराब हो रही है। कहा कि अगर इस समय खेतों में पानी नहीं मिला तो फसल की पैदावार कम होने की सम्भावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। कहा कि इस नहर से क्षेत्र के दर्जनों गाँव कुआंटी, कबुलहा, नाथूपुर, बरहपार, भोजूराय, सेमरौल, मंगारी, दलीपराय पट्टी, महुरसा, बिजरवाँ, मखदुमपुर, जगदीशपुर, गौरा, कनेरी आदि गाँवों के खेतों की सिंचाई की जाती है और यही सिंचाई का मुख्य साधन है। इसी के भरोसे सिंचाई को विवश किसानों को ये नहर हर साल धोख़ा देती है। सम्पन्न किसान तो किसी तरह डीज़ल इंजन लगाकर पम्पिंग सेट से अपने खेतों की सिंचाई कर ले रहे हैं, लेकिन गरीब किसानों के सामने समस्या खड़ी हो गई है। कुछ लोग दूना रूपया खर्च कर किसी तरह पाइप लगाकर अपनी फसल को बचाने में जुटे हैं। पानी के अभाव में सूखती फसल को लेकर किसान काफ़ी चिन्तित दिखाई दे रहे हैं। इस बाबत प्रगतिशील किसान अरविन्द सिंह ने बताया कि फोन एवं ईमेल द्वारा विभागीय अधिकारियों को कई बार सूचना दी गयी, इसके बाद भी नतीजा सिफ़र रहा। कहा कि अगर शीघ्र नहर में पानी नहीं आया तो हम किसान आन्दोलन करने को विवश होंगे। इस बाबत आजमगढ़ लालगंज के शारदा सहायक नहर के अवर अभियंता संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि नहर की सफाई का कार्य किया जा रहा था, जो लगभग पूरा हो चुका है। कहा कि मुख्य नहर से पानी अभी दो दिन पहले छोड़ा गया है, जिसे टेल तक पहुंचने में कम से कम दस दिन लगेंगे। इस समय पानी की मांग ज्यादा है, नहर में पानी आ जाने के बाद उसे टेल तक पहुंचाने का कार्य किया जायेगा।