अमृत महोत्सव समारोह में याद किए गए शहीद, वीरांगना लक्ष्मीबाई के बलिदान को किया नमन
जखनियां। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर पूरे देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी क्रम में जखनियां कस्बा स्थित शिव मंदिर पर पूरे माह के लिए शुरू हुए अमृत महोत्सव कार्यक्रम का शुभारम्भ काशी से आए आरएसएस के सह प्रांत प्रचारक मुनीश द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। इसके पश्चात वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के अमर बलिदान को याद करते हुए स्वतन्त्रता आंदोलन में उनके शौर्य और पराक्रम पर चर्चा की गई। बतौर मुख्य अतिथि सह प्रांत प्रचारक मनीष कुमार ने राष्ट्र के प्रति सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सभी स्वतन्त्रता सेनानियों का नमन करते हुए भारतवर्ष के गौरवशाली अतीत को याद किया। कहा कि स्वतन्त्रता प्राप्ति के लिए देश ने लम्बा संघर्ष किया। स्वतन्त्रता कुछ गिने चुने लोगों के प्रयास से नहीं अपितु सम्पूर्ण देशवासियों के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। कहा कि भारत वर्ष चिर पुरातन और नित नूतन राष्ट्र है। जब देश के मन में स्वत्व की चेतना का संचार हुआ तो सम्पूर्ण राष्ट्र उठ खड़ा हुआ और देश स्वतन्त्र हुआ। स्वदेशी, स्वराज्य, स्वावलम्बन, सर्वोदय की संकल्पना स्वतन्त्रता आंदोलन के प्रेरक तत्व के रूप में उभरकर दृष्टिगोचर हुई। पत्रकार श्रीराम जायसवाल ने 75 वर्षों में तमाम शहीद हुए लोगों को गिनाते हुए कहा कि इस क्षेत्र के वीर शहीदों को देश का सर्वोच्च सम्मान मरणोपरान्त दिए जाने के बाद भी किसी भी सरकार ने अपने समाज को कार्यक्रम करके नही बताया। लेकिन वर्तमान सरकार ने इस दिशा में काम किया और जन-जनको शहीदों की गाथा से अवगत करा रही है। इस मौके पर पीजी कालेज भुड़कुड़ा के विभागाध्यक्ष डॉ. सन्तोष मिश्र, दुर्गा, अशोक चौहान, दयाशंकर सिंह, प्रशांत सिंह, राजेश भारद्वाज, अरविंद चौहान, अजीत मौर्य, ओमप्रकाश राम, योगेंद्र सिंह, विनोद गिरी, अशोक गुप्ता, उमाशंकर यादव, मनोज यादव, ओमप्रकाश राम, गणेश आदि रहे। संचालन शहीद इण्टर कालेज के उपप्रधानाचार्य कैलाश वर्मा ने किया।