सहकारी समिति पर यूरिया व डाई के अभाव के चलते किसानों का बुरा हाल, ढीली करनी पड़ रही जेब





भीमापार। क्षेत्र स्थित भीमापार सहकारी समिति पर डाई और यूरिया का अभाव होने के चलते किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब वो निजी दुकानों से महंगी कीमतों पर यूरिया खरीदकर अपनी जेब ढीली करने को विवश हैं। भीमापार सहकारी समिति के तहत कुल 25 गांव हैं। इनके लिए 15 दिनों पूर्व एक गाड़ी डाई भेजी गई थी। लेकिन उसके बाद से अब तक डाई नहीं भेजी गई है। जिसके कारण किसानों को समिति पर जाकर खाली हाथ वापस आना पड़ रहा है। क्योंकि वहां न तो खाद है और न ही बीज। प्रभावित किसान लालजी, लौजारी, जोखन आदि ने कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर जो भी खाद और बीज आता है वो अन्यत्र चला जाता है। जिसके चलते लाभ निजी दुकानदारों को होता है और वो मनमानी कीमतों पर हमें खाद व बीज बेचते हैं। समिति पर उपलब्ध न होने के चलते हम किसान भी महंगी कीमतों पर ही खरीदने को विवश हैं। इस बाबत अध्यक्ष अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि कुछ दिन पहले ही हमारे यहां गाड़ी आई थी, जिसको किसान ले गए। अब दूसरी खेप के लिए हमने शुल्क लगा दिया है लेकिन अब तक खेप पहुंच नहीं सकी है। आएगी तो किसानों को आवंटित किया जाएगा।



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