बिखरा समाज कभी नहीं कर सकता विकास, संगठित होकर ही समाज की हो सकती है सेवा - पूर्व सांसद
देवकली। क्षेत्र के जगदीशपुरम स्थित महात्मा ज्योति राव फूले पब्लिक स्कूल परिसर में कुशवाहा महासभा की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा ने कहा कि बिखरा हुआ समाज कभी विकास नहीं कर सकता। ऐसे में संगठित होना हमारी सबसे पहली आवश्यकता है। कहा कि संगठन में वो शक्ति है, जिसके बल पर सब कुछ हासिल किया जा सकता है। कहा कि आज हमारा समाज कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक तीनों मोर्चों पर हम काफी पीछे हैं। कोई भी समाज तब तक विकास नहीं कर सकता है जब तक अनुशासित तरीके से संगठित न हो। आज हमारी पहचान, अस्तित्व व सम्मान के सामने संकट है। इसको पुनः गौरवशाली स्थिति में स्थापित करने के लिए संगठित होकर संघर्ष करना ही एकमात्र रास्ता है। कहा कि न्यायपालिका, कार्यपालिका, पत्रकारिता, राजनीति क्षेत्र सहित अन्य संवैधानिक संस्थाओं में हमें जगह बनानी पड़ेगी और यह सिर्फ शिक्षा से ही संभव है। पूर्व एमएलसी बृजभूषण कुशवाहा ने कहा कि हमारे समाज के लोग परिश्रमी, ईमानदार तथा सहनशील होते हैं। कभी-कभी हमारी सहनशीलता को कायरता समझा जाता है, लेकिन हमें इसे दूर करना होगा तथा दूसरे संगठित समाज से हमें सीख लेनी होगी। कहा कि समाज को अपने हक व अधिकार प्राप्त करने के लिए एकजुट होना ही पड़ेगा इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। संयोजक राजेश कुशवाहा ने कहा कि समाज ने जब-जब अंगड़ाई लिया है, देश व प्रदेश में सरकार बनाने व बिगाड़ने का काम किया है। हम तथागत महामानव गौतम बुद्ध, सम्राट अशोक, महात्मा ज्योति राव फुले, सावित्री बाई फुले, शहीद जगदेव प्रसाद के वंशज हैं। जिन्होंने समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन करने का काम किया। अपने प्राणों का बलिदान दे दिया लेकिन कभी भी अन्याय, शोषण तथा सामंतियों के सामने खुद को झुकने नहीं दिया। इस दौरान मुख्य अतिथि द्वारा सभी स्वजातीय ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत सदस्यों व जिला पंचायत सदस्यों को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर शीलवचन भन्ते, देवनाथ कुशवाहा, रामेश्वर कुशवाहा, श्यामनरायन कुशवाहा, धनंजय कुशवाहा, शिवप्रताप कुशवाहा, मुरली कुशवाहा, लालू कुशवाहा, परमानन्द कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, लल्लन कुशवाहा, महेश कुशवाहा, दुखरन कुशवाहा, कमलेश कुशवाहा, भीखा चौधरी, रामाज्ञा कुशवाहा, संतोष कुशवाहा, अशोक कुशवाहा, नरेन्द्र कुमार मौर्य, धर्मराज कुशवाहा, रामवृक्ष कुशवाहा आदि रहे। अध्यक्षता महासभा के जिलाध्यक्ष रामराज कुशवाहा व संचालन राजेश कुशवाहा ने किया।