कहीं जानलेवा न साबित हो जाएं सड़क किनारे उगी ये झाड़ियां, नहीं ध्यान देते जिम्मेदार, आए दिन घायल हो रहे लोग





खानपुर। क्षेत्र में ग्रामीण सड़कों के किनारे उगे सरकंडों की वजह से सड़कों पर चलना खतरनाक साबित होता जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में किसान अपने खेतों में मिट्टी का क्षरण और आवारा पशुओं से बचने के लिए सरपत के घास लगा देते हैं। जिससे सरपत के झुंड सड़कों के दोनों किनारों पर हरा भरा होकर सड़कों पर कब्जा जमा लेते हैं। खानपुर से अमेंदा, अनौनी से टड़वा, बेलहरी से इटहां, सिधौना से अमेहता, गौरी से भुजाड़ी आदि सड़कों के दोनों किनारों पर लटके सरपत के पत्तों से आए दिन दुर्घटना होती रहती है। इन झाड़ीनुमा पत्तों से दो पहिया वाहन चालक अक्सर घायल होते हैं। कई बार तो इन झाड़ियों से जानवर अचानक निकलकर साइकिल या मोटरसाइकिल सवार पर हमला कर देते हैं। कभी-कभी खुद वाहन चालक को सामने से आ रहे वाहन की आहट नही मिलने से टक्कर हो जाती है। स्थानीय लोगों ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से अविलंब इन झाड़ियों को कटवाने की मांग की है। सरपत सहित अन्य झाड़ियों से घिरे सड़क पर सुनसान और एकांत होने की वजह से अराजक तत्व भी लूट और छिनैती की घटना का अंजाम देकर आराम से भाग जाते हैं। सड़क के दोनों किनारों पर सरपत की झाड़ियां लटकने से सड़कें भी काफी सकरी हो गई हैं और फुटपाथ पूरी तरह से झाड़ियों से भर गया है। इन कंटीली धारदार पत्तियों की वजह से पैदल और साइकिल सवार लोगों के हाथ पैर पर खरोंच के निशान लग रहे है। जिससे चुनचुनाहट और खुजली की समस्या भी बढ़ जाती है।



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