एकमात्र त्योहार है विश्वकर्मा पूजा जिसका एक तय दिन पर होता है आयोजन, ब्रह्मा के सातवें पुत्र हैं भगवान - आमोद


जखनियां। हिंदू धर्म के सभी व्रत, या त्योहार हिंदू पंचांग के अनुसार ही मनाए जाते हैं लेकिन विश्वकर्मा पूजा एकमात्र ऐसा त्यौहार है, जो हर साल 17 सितंबर को ही मनाया जाता है। शुक्रवार को उक्त बातें परसपुर बुढ़ानपुर में पंडित आमोद पांडेय ने कहीं। कहा कि ऐसी मान्यता है कि अश्वनी कृष्ण पक्ष को प्रतिपदा तिथि को भगवान ब्रह्मा के सातवें पुत्र के रूप में भगवान विश्वकर्मा का जन्म हुआ था। भगवान विश्वकर्मा को विश्व शिल्पी की भी पदवी दी गई है। उनके द्वारा ही समस्त देवी-देवताओं के महलों को बनाया गया है। इस दिन उनकी पूजा शिल्पकार के रूप में होने के साथ ही उद्योग धंधों, कल-कारखानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में विशेष रुप से इनकी पूजा की जाती है। शुक्रवार को स्थानीय कस्बा सहित पदुमपुर, रामपुर आदि गांवों में पूजा की गई।
अन्य समाचार
फेसबुक पेज