सैदपुर : हत्या या आत्महत्या? सादात तिराहा स्थित चायको बार में फंदे पर मिली ‘मामा’ की लाश, उसकी बहन ने अपने सौतेले बेटे पर लगाया गंभीर आरोप





सैदपुर। नगर के सादात तिराहा स्थित चायको बार में दुकान के आधे मालिक की पंखे में बने फंदे से संदिग्ध अवस्था में लटकी हुई लाश मिली। जिसके बाद हड़कंप मच गया। सूचना पाकर रोते बिलखते पहुंची मृतक की सगी बहन ने इस मामले में चिल्लाते हुए अपने सौतेले बेटे सहित कईयों पर हत्या करने का आरोप लगाया। उसने कहा कि हमेशा से मेरे घर सोने वाले मेरे भाई को दो दिनों से ये सभी यहां सुला रहे थे। उसने मौखिक रूप से ये भी आरोप लगाया कि रात में भी कुछ लोग यहां आए थे। मौके से बरामद हुए सुसाइड नोट के बाबत भी उसकी बहन ने कहा कि ये मेरे भाई की लिखावट नहीं है। बहरहाल, मंगलवार की दोपहर 1 बजे पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कोतवाल योगेंद्र सिंह ने कहा कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद मौत का सही कारण पता चल सकेगा। बताया कि बहन के अलावा घर का कोई सदस्य नहीं है। अब तक किसी ने तहरीर भी नहीं दी है। तहरीर मिलने के बाद कार्यवाही की जाएगी। वहीं मृतक की बहन रो-बिलख रही थी और आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग कर रही थी। इसी के चलते वो रोते हुए गुस्से में थाने से कहीं चली गई। मूलतः वाराणसी के चोलापुर थानाक्षेत्र के सरैयां, गोकुल का चौराहा निवासी 25 वर्षीय मनीष गुप्ता पुत्र स्व. मारकंडेय गुप्ता की माता, पिता आदि का निधन हो चुका है। उसके चाचा-चाची भी नहीं थे। रिश्तेदार के नाम पर पूरे क्षेत्र में सिर्फ उसकी इकलौती बहन भगवंती देवी, जिसकी शादी चंदौली के मारूफपुर निवासी महेंद्र गुप्ता से हुई थी। उसकी दूसरी बहन व भाई मुंबई में रहते थे, जिससे यहां मनीष अपनी बहन भगवंती के साथ उसके ही ससुराल में रहता था। महेंद्र की पहली पत्नी शुभावती देवी की जलकर मौत हो गई थी। जिसके बाद उसकी शादी भगवंती से हुई थी। मनीष ने काफी पढ़ाई की थी और वो काफी अच्छा शेफ भी था। हाथ में कारीगरी होने के चलते उसने कुछ साल पूर्व अपनी बहन के सौतेले बेटे यानी अपने भांजे के साथ राहुल गुप्ता के साथ पार्टनरशिप करके सैदपुर के सादात तिराहे पर चायको बार के नाम से रेस्टोरेंट खोला। जिसमें राहुल लेनदेन का काम करता था और मनीष खाद्य सामग्री बनाने का काम करता था। वहां आसपास रहने वाले लोगों और मृतक की बहन ने बताया कि कुछ समय से राहुल के मन में बेईमानी आ गया था। जिससे वो मनीष को न तो रूपए देता था और न ही कोई मदद करता था। यहां तक कि खाना खिलाने में भी उसे हमेशा ताने दिया करता था। भगवंती ने आरोप लगाते हुए बताया कि कुछ समय पूर्व साजिश के तहत उसे पुलिसिया मामले में भी फंसा दिया गया था। इस बीच राहुल आदि के द्वारा मनीष को इतना ज्यादा प्रताड़ित किया गया कि वो यहां से भाग गया। बताया कि राहुल मनीष को उसका मेहनताना नहीं देता था। यहां तक कि उसने रेस्टोरेंट के सभी कागज अपने नाम पर बनवा लिए थे और खुद मालिक बन बैठा था। जब उसने मनीष को कुछ देना बंद कर दिया तो मनीष ने अपने रूपए राहुल से मांगे। इस पर भी उसे गालियां दी गई। जिसके बाद वो भाग गया था लेकिन पुलिस उसे लेकर वापस आई। महिला ने बताया कि मेरे भाई का यहां कोई न होने के चलते वो मेरे साथ ही रहता था। हमेशा वो मेरे साथ ही रहा लेकिन दो दिनों से राहुल ने उसे इस रेस्टोरेंट पर अंदर से बंद कर सोने पर विवश किया। जबकि अंदर हवा वेंटिलेशन के लिए एक रोशनदान तक नहीं है। दो दिनों तक अंदर सुलाने के बाद आज उसकी फंदे पर लाश मिली। सुबह सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को काफी मशक्कत के बाद उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पहहं मौके पर ही ओल्ड मोंक नाम से बीयर/शराब की एक बिना खोली हुई कैन भी मिली। वहीं उसका गला किसी तार से अच्छी तरह से बंधा था और काउंटर पर एक टेबल थी जो बिना गिरे हुए मौके पर पड़ी मिली। परिस्थितिजन्य प्रमाणों को देखकर मौत काफी संदिग्ध लग रही है। वहीं मृतक की बहन ने भी इस मामले में अपने सौतेले पुत्र राहुल सहित कईयों के खिलाफ इसमें संलिप्तता का आरोप लगाया है। घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। कोतवाल योगेंद्र सिंह ने बताया कि अब तक इस मामले में किसी तरह की तहरीर नहीं मिली है। कहा कि इसके बावजूद शव को पीएम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकेगा। बहरहाल, संदिग्ध राहुल से फौरी तौर पर पूछताछ की जा रही है। वहीं मृतक के भांजे व आरोपी के चेहरे पर किसी तरह का शिकन तक नहीं था। थाने में भी वो कुछ पूछने पर तैश में ही बात कर रहा था।



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