भीमापार : डेढ़ माह बाद भी बहुत बड़ी संख्या में परिषदीय स्कूलों के प्रोन्नत बच्चों का नहीं हुआ सत्यापन, जिले के 341 स्कूलों की सामने आई लापरवाही





भीमापार। नए शिक्षा सत्र शुरू होने के डेढ़ माह बीतने को हैं, लेकिन परिषदीय विद्यालयों में बड़ी संख्या में प्रोन्नत छात्रों का अब तक सत्यापन नहीं हो सका है। जिसके चलते सरकारी योजनाएं मूर्त रूप नहीं ले पा रही हैं। क्योंकि बच्चों के सत्यापन के बाद ही डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर (डीबीटी) समेत तमाम तरह की सुविधाएं बच्चों को दी जा सकेंगी। ऐसे में जिले के लगभग सभी विकास खंडों के 341 विद्यालयों की लापरवाही उजागर हुई है और उनके द्वारा सत्यापन का कार्य शत् प्रतिशत पूरा नहीं किया गया है। इसके तहत जिले के नगर सहित 17 ब्लॉकों के 341 विद्यालयों में सत्यापन कार्य बाकी हैं। जिसमें 174 विद्यालयों में 10 एवं 10 से अधिक सत्यापन हेतु लम्बित विद्यालय हैं। जिसमें बाराचंवर ब्लॉक में 14, भदौरा में 3, भांवरकोल में 19, बिरनो में 7, करण्डा में 2, कासिमाबाद में 25, मनिहारी में 7, मरदह में 12, मोहम्मदाबाद में 23, नगर क्षेत्र में 11, रेवतीपुर में 6, सदर में 20, सादात में कस्तूरबा विद्यालय सहित 5, जखनियां में 11 व जमानियाँ में 9 विद्यालयों में सत्यापन का कार्य पूर्ण नहीं है। इनमें सबसे अधिक 25 विद्यालय कासिमाबाद में हैं। वहीं देवकली और सैदपुर में सारे विद्यालयों का सत्यापन कार्य शत प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। जिले के 167 विद्यालयों में एक से नौ तक संख्या वाले विद्यालयों को दो दिनों में कार्य पूर्ण न होने पर वेतन बाधित किए जाने की चेतावनी दी गई है। विद्यालयों में 10 या उससे अधिक सत्यापन के लिए लम्बित छात्र-छात्राओं वाले 174 विद्यालयों के समस्त शैक्षणिक स्टाफ का कार्य पूर्ण होने तक वेतन बाधित कर दिया गया है और 1 से 9 संख्या तक छात्र-छात्राओं के सत्यापन के लिए लम्बित विद्यालयों को चेतावनी दी गई है कि दो कार्य दिवस के अन्दर शत प्रतिशत सत्यापन कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। अन्यथा कार्य पूर्ण न होने की दशा में 2 दिनों के पश्चात उक्त विद्यालयों में भी वेतन कार्य पूर्ण होने तक बाधित कर दिया जायेगा। जिले के बीएसए हेमंत राव ने बीईओ समेत शिक्षकों को नोटिस जारी किया है। बीते साल में सत्यापन प्रक्रिया में देरी होने के चलते साल के आखिरी वक्त में बच्चों को डीबीटी का लाभ दिया गया था। करीब 30 हजार से अधिक बच्चे डीबीटी के लाभ से वंचित रह गए थे। विभाग की ओर से दावा किया गया कि बच्चों के पास आधार न होने के चलते लाभ नहीं दिया जा सका है। ऐसे में आखिरी वक्त तक बच्चों का सत्यापन नहीं हो सका। इस बार सत्र के शुरूआत में 1 अप्रैल से ही विद्यालय स्तर पर प्रोन्नति पाने वाले छात्र-छात्राओं का सत्यापन किया जा रहा है। बीएसए ने बताया की जिले में प्रोन्नत छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 1 लाख 84 हजार 21 है। सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही ही डीबीटी के तहत प्रत्येक बच्चे को यूनिफॉर्म, जूता-मोजा और बैग के लिए 1200 रुपये अभिभावकों के खाते में भेजे जाएंगे, जिससे सभी बच्चे समान यूनिफार्म में विद्यालय में समुचित पठन-पाठन कर पाएंगे। इस दौरान सभी 174 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक को बीएसए हेमन्त राव की ओर से वेतन बाधित किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं।



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