पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कल्याण सिंह को सभा में दी गई श्रद्धांजलि, उनकी रामभक्ति समेत ईमानदारी को किया गया याद
सैदपुर। नगर के पक्का घाट स्थित बरनवाल धर्मशाला में सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें दो मिनट का मौन रखकर पूर्व मुख्यमंत्री की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। इसके पश्चात भाजपा नेता बद्री शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यों को याद किया। कहा कि भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कल्याण सिंह पहले व संभवतः आखिरी ऐसे नेता होंगे जिन्होंने अपने भगवान यानी भगवान राम के लिए मुख्यमंत्री जैसे पद का त्याग कर दिया। कहा कि अगर वो चाहते तो बाबरी मस्जिद ध्वंस की जिम्मेदारी अन्य नेताओं की तरह अपने किसी कारिंदे अधिकारी पर डालकर जिम्मेदारियों से मुक्त हो सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और खुद ही इस्तीफा दिया। कहा कि कल्याण सिंह धरती पर कलयुग के हनुमान थे, जिन्होंने राम की भक्ति में पहले सत्ता त्याग किया और फिर देह त्याग दिया। कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए वो सैदपुर में भी आए थे और उनकी ईमानदार छवि के चलते प्रदेश में भ्रष्टाचारी उनसे थर-थर कांपते थे। उनके शासन में ही पहली बार नकल पर लगाम लगी थी। जिसके चलते प्रदेश में नकल के भरोसे पास होने वाले बहुत से छात्र फेल हो गए थे। लेकिन वो एक सुनहरे युग की शुरूआत थी। अफसोस जताते हुए कि कहा कि अगर उनकी इस परिपाटी को उनके बाद के मुख्यमंत्रियों ने भी जारी रखा होता तो आज प्रदेश के सभी विभागों में स्थिति उलट होती। इस मौके पर अविनाश बरनवाल, सौम्यप्रकाश बरनवाल, सुमन कमलापुरी, अश्वनी पांडेय, अनुराग जायसवाल, हिमांशु सोनी, लोकनाथ मांझी, सुधीर पाटिल, अशोक कांस्यकार, अनिल सोनी, अनिल श्रीवास्तव आदि रहे।