मामूली आरसीएल से अभेद अमेरिकी पैटन टैंकों को ध्वस्त करने वाले परमवीर चक्र विजेता से हमें हमेशा मिलेगी प्रेरणा - कर्नल सुगंधा
जखनियां। 92 एनसीसी बटालियन के तत्वाधान में शुक्रवार को परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के पैतृक गांव धामूपुर में 75वें स्वतन्त्रता दिवस के पूर्व अमृत महोत्सव मनाया गया। इस भव्य कार्यक्रम में 92 बटालियन के पीआई स्टाफ समेत बालक-बालिका, एनसीसी कैडेटों ने शहीदों की प्रतिमाओं की साफ सफाई करने के बाद श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस दौरान पीजी कालेज मलिकपुरा के अनुज यादव, रोहित यादव, भुड़कुड़ा की कैडेट्स विनीता यादव, ममता यादव आदि को प्रोत्साहित किया गया। शहीदों को याद करते हुए बटालियन के कर्नल सुगन्धा ने कहा कि 10 सितम्बर 1965 की सुबह 8 बजे पाकिस्तानी सेना ने चीमा गांव के आगे एक महत्वपूर्ण क्षेत्र पर पैटन टैंकों की एक रेजीमेंट के साथ हमला किया। जिसे बाद इसी धामूपुर गांव के रहने वाले निडर कम्पनी क्वार्डर मास्टर हवलदार अब्दुल हमीद ने दुश्मन के अजेय व अभेद कहे जाने वाले उन पैटन टैंकों को अपने मामूली से आरसीएल से ध्वस्त कर दिया। कहा कि ऐसा करते समय वह दुश्मन के उच्च विस्फोटक गोले से गंभीर रूप से घायल हो गये। इस निःस्वार्थ बलिदान के लिए उन्हें सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से नवाजा गया। इस अतीत को हम बटालियन को समय-समय पर याद करके अपने ही अंदर जोश भरते हैं। इस मौके पर लेफ्टिनेंट डॉ चन्द्रभान सिंह, कैप्टन आरपी यादव, मेजर धर्मपाल सिंह, एनसीसी कैडेट्स रहे।