उप्रप्राशिसं के आह्वान पर शिक्षकों ने की बैठक, सरकार से की 13 सूत्रीय मांगों को पूरा करने की अपील





सैदपुर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर नगर स्थित प्राथमिक विद्यालय प्रथम पर बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान पर्यवेक्षक के रूप में बोलते हुए सुरेंद्र यादव ने कहा कि सरकार को शिक्षकों के बारे में सोचना ही होगा। शिक्षक समाज का सबसे मजबूत स्तंभ होता है, जिस पर पूरे देश व विश्व की जिम्मेदारी होती है। इस दौरान उन्होंने 13 सूत्रीय मांगपत्र भी साझा किया। कहा कि प्रदेश में 1 अप्रैल 2005 के पूर्व के शिक्षकों व कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए। इसके साथ ही दूरदराज के जनपदों में तैनात शिक्षकों को उनकी इच्छा पर उनके गृह जनपद में स्थानांतरण, शिक्षकों को राज्य कर्मियों की तरह कैशलेश चिकित्सा सुविधा, उपार्जित अवकाश, द्वितीय शनिवार को छुट्टी, बेसिक शिक्षकों को एसीपी का लाभ या माध्यमिक शिक्षकों की तरह 12 वर्ष की सेवा के बाद शत प्रतिशत शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान देने, सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के रिक्त पद पर तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक के रिक्त पदों पर भर्ती करने, संविलियन को निरस्त करने, बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं तथा छात्रों के लिए फर्नीचर, बिजली, पंखे, शुद्ध पेयजल आदि की व्यवस्था, 1 दिसंबर 2008 के बाद पदोन्नत शिक्षकों को ग्रेड वेतन 4600 व 4800 के आधार पर न्यूनतम वेतन 17,140 व 18,150 रूपए करने, शिक्षकों को मिलने वाले परिवार नियोजन प्रोत्साहन भत्ता, नगर प्रतिकर व महंगाई भत्ता को बहाल करने आदि की मांग की। इस मौके पर ब्लाक अध्यक्ष कमलेश यादव, ब्लाक मंत्री इसरार अहमद सिद्दीकी, मोहन यादव, देवेन्द्र प्रताप, अमरनाथ, धनंजय यादव, राघवेन्द्र मिश्र, दीनानाथ, दिनेश, नीलम सोनकर आदि रहे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< वैभव सिंह के भाजयुमो का राष्ट्रीय महामंत्री बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने बांटी मिठाईयां, जिले से भी जुड़े हैं वैभव
अज्ञात ट्रेन के आगे कूदकर युवक ने की आत्महत्या, दो घंटे से आस-पास मंडरा रहा था युवक >>