प्रदर्शन के दौरान दो धड़ों में बंटी दिखी समाजवादी पार्टी, विधायक ने खाई पाटने की कोशिश कर दिया संदेश
सैदपुर। सपा नेतृत्व के आह्वान पर तहसील स्तरीय धरने का संचालन विधायक सुभाष पासी ने किया। इस दौरान सैदपुर में समाजवादी पार्टी दो हिस्सों में बंटी मिली। जहां एक धड़े का विधायक सुभाष पासी नेतृत्व कर रहे थे तो दूसरा धड़ा मुलायम सिंह यादव के राजनैतिक गुरू रामकरन दादा के पौत्र, पूर्व एमएलसी विजय यादव के पुत्र व ब्लॉक प्रमुख चुनाव के प्रत्याशी आशीष यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहा था। हालांकि प्रदर्शन के दौरान ही विधायक ने चतुराई दिखाते हुए दोनों धड़ों को एक में मिला लिया और टूट की बात को खारिज कर दिया। गुरूवार को धरने को विधायक के सपा कार्यालय से शुरू किया गया। जहां से वो जुलूस निकालकर तहसील पहुंचे थे। लेकिन आशीष यादव राहुल अपने समर्थकों संग पहले ही तहसील मुख्यालय पहुंच गए थे और वहां नारेबाजी कर रहे थे। हालांकि उन्हें पुलिस ने गेट पर ही रोक दिया था। उन्हें जुलूस से अलग देखकर ही लोग कयास लगा रहे थे कि सैदपुर में सपा दो धड़ों में बंट गई है। इधर जुलूस के पहुंचने के बाद सभी अंदर घुस गए और विधायक सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। इस बीच विधायक ने सभी गिले शिकवे को दरकिनारे करते हुए व पार्टी को दो फाड़ से बचाने के लिए आशीष के नाम के नारे लगवाने लगे और आशीष को बुलाकर अपने बगल में बिठाया। इसके बाद तहसीलदार को पत्रक देने वाले प्रतिनिधिमंडल में भी आशीष को बुलवाया। आशीष ने भी विधायक को निराश नहीं किया और उनके साथ रहे। गौरतलब है कि बीते दिनों ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव में सैदपुर से आशीष यादव व हीरा सिंह यादव चुनाव लडे़ थे। जिसमें विधायक ने खुलकर आशीष का विरोध करते हुए हीरा का साथ दिया था और जीत भी दिलाई थी।