वाह अरविंद! पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के बीच अपनी जमीन पर बना दिया ‘माइक्रो ऑक्सीजन चैंबर’, शादियों व श्राद्ध में करते हैं ऐसा





जखनियां। ‘कोरोना की दूसरी लहर में देश ने अभूतपूर्व ऑक्सीजन संकट का सामना किया। कई लोगों की जान ऑक्सीजन की कमी की वजह से चली गई। इस दूसरी लहर ने हमें ऑक्सीजन के महत्व का एहसास कराया। इसी को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण प्रेमी अरविन्द यादव ने मुड़ियारी स्थित अपनी खाली पड़ी जमीनों में महोगनी, अशोक, आम, कटहल, बड़हर, अमरुद, नीम, नींबू, चीकू आदि के पौधों के अलावा मधुमालती, गुलाब, रातरानी, गंधराज, रजनीगंधा, कामिनी, पारिजात, बेला आदि खुशबूदार फूलों के सैकड़ों पौधे रोपकर माइक्रो ऑक्सीजन चैंबर का निर्माण किया है। इसके अलावा श्री यादव लोगों को ज्यादा ऑक्सीजन उत्सर्जित करने वाले पौधों के बारे में भी लोगों को जानकारी देकर जागरूक करते हैं। कहा कि खुले स्थानों पर पीपल, बरगद, अर्जुन एवं अशोक आदि के पौधे लगाना चाहिए। बताया कि किसी भी शादी समारोह या श्राद्ध कार्यक्रम की जानकारी मिलते ही वहां पहुंचकर वर-वधू को तोहफे के रूप में पौधा देते हैं या श्राद्ध में मृतक के नाम पर पौधा रोपते हैं। श्री यादव ने बताया कि ये कार्य वो 2018 से नियमित कर रहे हैं। इसके लिए लोगों से भी आगे आने की अपील की।



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