कोरोना संक्रमण से बचाव को दाढ़ी-मूंछ के शौक से परहेज कर रहे युवा


खानपुर। देश विदेश के विशेषज्ञों द्वारा ज्यादा घनी दाढ़ी व मूंछ को कोरोना संक्रमण में सहायक बताने के बाद अब क्षेत्र के अधिकांश लोग संक्रमण से बचने के लिए अपने दाढ़ी-मूंछ रखने के शौक को मार रहे हैं। पिछले वर्ष महीनों तक लॉकडाउन में सैलून बंद होने और असुरक्षित ढंग से हज़ामत बनने के चलते लोग कतरा रहे थे और अधिकांश ने घनी दाढ़ी व मूंछ रखने शुरू कर दिए। वर्तमान में नौकरीशुदा पुरुषों सहित युवाओं में डिजायनर दाढ़ी मूंछ रखने का जबरदस्त फैशन चल रहा है। नयी पीढ़ी के युवा आईकॉन बने भारतीय क्रिकेट टीम के अधिकांश खिलाड़ियों की नकल कर आजकल युवाओं में फ्रेंच, गनस्लिंगर बियर्ड, चिन स्ट्रिप, चिन स्ट्रिप बियर्ड, सर्किल बियर्ड, रॉयल बियर्ड, गोटी बियर्ड आदि तरह के डिजायनर दाढ़ी रखने का शौक बना हुआ है। लेकिन अब कोरोना के दूसरे खतरनाक लहर के बाद लोग नाक मुंह की सफाई और सुरक्षा के लिए दाढ़ी मूंछ के अपने शौक से परहेज करने लगे हैं। बाजारों के नाई बताते है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग चेहरे की साफ-सफाई और सुरक्षा पर अतिरिक्त ध्यान दे रहे हैं, इसलिए ज्यादातर दाढ़ी मूंछ रखने वाले लोग अपनी दाढ़ी मूंछ को कटवाकर चेहरे को साफ और सुरक्षित रखना चाह रहे हैं। वहीं इस बाबत विशेषज्ञ डॉक्टर बताते है कि बड़ी दाढ़ियां रखने वालों के मास्क पहनने के बाद भी हवा से फैलने वाली बीमारियों से बचाव नहीं हो पाता है और मास्क के लीकेज की वजह से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अगर दाढ़ी या मूंछों के साथ मास्क लगाया जाए तो रेस्पिरेटर सील से लीकेज का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसके अलावा चेहरे की सफाई और सुरक्षा में दाड़ी मूंछ की वजह से दिक्कतें आतीं हैं।