पत्नी की बात गुजरी ऐसी नागवार कि हत्यारा बन गया हेड कांस्टेबल, पत्नी को काटने के बाद 7 मासूम बच्चों को भी किया लहूलुहान, खुद भी कर ली आत्महत्या
दिलदारनगर। थानाक्षेत्र का उसिया गांव तब चर्चा में आ गया, जब शुक्रवार की आधी रात यूपी पुलिस के एक हेड कांस्टेबल ने अपनी पत्नी समेत अपने पूरे परिवार को गड़ासे का काट डाला और खुद भी ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। दिल दहला देने वाली इस घटना में जहां पुलिसकर्मी व उसकी पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं 7 बच्चे घायल हो गए। जिनमें से 3 की हालत गंभीर होने पर उन्हें रेफर कर दिया गया। घटना के बाद रात में ही पूरे गांव की भीड़ मृतक के घर जुट गई। रात में पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। घटना के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया। उसिया गांव निवासी मुंशी सिंह यादव 45 यूपी पुलिस में बतौर हेड कांस्टेबल था और फतेहपुर स्थित थाने पर तैनात था। वहां उसने थाने पर ड्यूटी ज्वाइन करने के पूर्व जनवरी में ही छुट्टी लेकर घर आ गया था और सभी से यहीं परिवार संग रहता था। परिवार में उसकी पत्नी रीना 42 समेत पुत्री सुधा 5, वर्षा 7, नीतू 10, ऋतु 13 व नेहा 15 साल की थी और श्यामसुंदर उर्फ सागर 8 व कृष्णानंद महज 2 साल का है। मुंशी को चर्मरोग जैसी गंभीर बीमारी थी, जिसके चलते वो सामाजिक रूप से खुद को काफी शर्मशार महसूस करता था। उसी बीमारी के चलते जनवरी से ही वो छुट्टी पर था और पूरे परिवार के साथ शुक्रवार की रात रोज की तरह छत पर सो रहा था। तभी भोर में रीना ने उसकी बीमारी के चलते उसे खुद से और बच्चों से थोड़ा दूर हटने को कहा, जिस पर मुंशी चिढ़ गया और उसने गड़ासा उठाकर रीना पर चला दिया। हथियार रीना के सिर पर लगा और वो लहूलुहान हो गई। इधर मां की चीख सुनकर बच्चे चीख उठे, जिस पर गुस्से में आगबबूला मुंशी ने बच्चों को भी नहीं बख्शा और उन पर भी गड़ासे से हमला कर दिया। जिसमें सभी बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। इधर उनकी चीख पुकार सुनकर घर के सदस्य वहां पहुंचे तो उन्हें देखकर मुंशी वहां से भाग गया और कुछ दूर जाकर ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। परिजनों की सूचना के बाद वहां भीड़ जुट गई। रात में ही पहुंची पुलिस ने घायल मां समेत बच्चों को अस्पताल भेजा, जहां से गंभीर हाल में 5 साल की सुधा समेत कृष्णा व सागर को वाराणसी रेफर कर दिया। वहीं मां ने उपचार के कुछ ही देर बाद दम तोड़ दिया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष कमलेश पाल ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। इधर घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक डॉ. ओपी सिंह तत्काल अस्पताल पहुंचे और स्थिति देखी।