गाजीपुर : नदियों में तैर रहे मानव शवों पर नियंत्रण के लिए जिलाधिकारी का शानदार कदम, जिले में की अनोखे लकड़ी बैंक की स्थापना





गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर व बिहार में गंगा तटवर्ती क्षेत्रों में उतराए मिल रहे मानव शवों के बीच एक अच्छी खबर आई है। अब गाजीपुर में मृतकों के परिजनों को लकड़ी के अभाव में किसी अपने का शव पानी में न बहाना पड़े, इसके लिए डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने नई व अनोखी व्यवस्था की है। डीएम ने जिले में लकड़ी बैंक की स्थापना की है, जहां से अब लोगों को शवदाह के लिए सूखी लकड़ियां मिल जाएंगी। डीएम के निर्देश पर इस अनोखे लकड़ी बैंक के लिए महुआबाग स्थित जलकल परिसर का भी चयन कर लिया गया है। जहां पर लकड़ियां रखी जाएंगी। इस लकड़ी बैंक में पूरे जिले समेत अन्य स्थानों से भी लकड़ियां लाकर रखी जाएंगी और जरूरत पर वाहनों से घाटों पर भेजी जाएंगी। लकड़ियों के इंतजाम के साथ ही पूरे जिले में डीएम द्वारा लकड़ियों की कीमत भी तय कर दी गई है। नई कीमतों के अनुसार, अब से घाटों पर 650 रूपया प्रति कुंतल से अधिक कीमत पर कोई लकड़ी नहीं बेच सकेगा। इसके लिए डोमराजा भी 500 रूपए से अधिक रूपए की मांग जबरन नहीं कर पाएगा।



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