अव्यवस्थाओं की शिकार रही पंचायत चुनाव की मतगणना, कर्मियों की कमी के चलते कईयों की रिकाउंटिंग की मांग भी हो रही थी खारिज
सैदपुर। स्थानीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय डिग्री कॉलेज में हो रही अंतिम चरण की मतगणना के दौरान कर्मचारियों की कमी के चलते व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त रही। जिसके चलते विजयी प्रत्याशियों व कम अंतर से हारे प्रत्याशियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। चुनावों के दौरान मतगणना स्थल पर ये व्यवस्था होती है कि हर चरण के बाद लाउडस्पीकर से उक्त चरण की गिनती का पूरा ब्योरा दिया जाता है। लेकिन यहां पर लाउडस्पीकर की तो व्यवस्था थी लेकिन किसी भी विजेता की घोषणा तक नहीं की जा रही थी। यहां तक कि जीतने के बाद भी प्रत्याशी घंटों तक बैठकर प्रमाणपत्र का इंतजार करते दिख रहे थे। इस बाबत एसडीएम विक्रम सिंह ने बताया कि हमारे पास कर्मचारियों की काफी कमी थी। क्योंकि आधे से ज्यादा तहसील कर्मी कोरोना संक्रमित होकर घर पर हैं। खुद आरओ अजय गुप्ता व बीडीओ संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में आरओ का काम प्रभारी आरओ के रूप में डीपीओ दिलीप पांडेय देख रहे हैं। कर्मचारियों की कमी के चलते ऐसी समस्या आ रही है। कर्मियों की कमी के चलते ही कुछ ऐसे प्रत्याशी भी रहे, जिनके जीत-हार का अंतर महज एक वोट या उससे कुछ ज्यादा था और वो रिकाउंटिंग की मांग करते रह गए लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। वहीं अव्यवस्थाओं के चलते मतगणना खत्म होने के काफी देर बाद तक आरओ दिलीप पांडेय द्वारा किसी भी विजेता का विवरण मीडियाकर्मियों से साझा नहीं किया गया। जिसके चलते ग्राम प्रधान, बीडीसी व वीडीसी पदों के विजेताओं की जानकारी नहीं मिल सकी। जबकि अन्य सभी ब्लॉकों पर आरओ द्वारा हर पल का अपडेट व विजेताओं की सूची साझा की जा रही थी।