‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबू तेजू का नाम रहेगा’, पार्थिव शरीर देख गगनभेदी नारों से गूंजा करमपुर
सैदपुर। जिले की प्रतिभाओं को हॉकी का ककहरा सिखाने वाले ठाकुर तेज बहादुर सिंह के निधन के बाद खेल जगत में जैसे शून्य स्थापित हो गया है। शुक्रवार की देरशाम उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास आया। लेकिन पीपीई किट में शव सील होने के चलते उनका अंतिम दर्शन तक परिजन नहीं कर सके। लेकिन शव के आवास पर पहुंचते ही सभी की चीख पुकार मच गई। एंबुलेंस से बिना उतारे शव के पैकेट का दर्शन कर शव को करमपुर स्टेडियम लाया गया। जहां जुटी हजारों की भीड़ ने ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बाबू तेजू का नाम रहेगा’ के गगनभेदी नारे लगाने शुरू कर दिए। वहां उनके अंतिम दर्शन के लिए चौकी, बिस्तर आदि लगाए गए थे। माला फूल भी रखे गए थे। लेकिन संक्रमण फैलने डर से वहां भी पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने शव को नहीं खुलवाया और एंबुलेंस के अंदर से ही लोगों ने शव का बिना पैकेट खोले दर्शन किया और शव को श्मशान घाट के लिए रवाना कर दिया।