मरीजों के हित में प्रदेश सरकार का बड़ा फरमान, अब बाहरी दीवार पर उपलब्ध ऑक्सीजन व खाली बेड की जानकारी चस्पा करेंगे कोविड अस्पताल





गाजीपुर। कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा संक्रमित की भर्ती प्रक्रिया में संशोधन किया गया है। इस संबंध में हाल ही में अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सूबे के सभी जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजकर सूचित किया है। जिसमें कहा गया है कि वर्तमान व्यवस्था के अंतर्गत कोरोना पॉज़िटिव की सूचना कोविड-19 कमांड सेंटर में प्राप्त हो रही है। जहां से चिकित्सकों द्वारा उपचाराधीनों से बातचीत करने के उपरांत यह सुनिश्चित किया जाता है कि उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है या नहीं। एसीएमओ डॉ उमेश कुमार ने बताया कि शासन से मिले पत्रानुसार संशोधन किए जाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें निजी अस्पताल के द्वारा कोरोना पॉज़िटिव की सूचना प्रदेश सरकार के पोर्टल पर अंकित करनी होगी। साथ ही साथ निजी अस्पताल में आरक्षित किए गए बेड, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड की जानकारी अस्पताल के बाहर जनसामान्य के लिए चस्पा करनी होगी। इसकी सूचना कोविड कमांड सेंटर के पोर्टल पर भी उपलब्ध करानी होगी। इसके साथ ही सरकारी अस्पतालों मेडिकल कॉलेज और राजकीय अस्पताल में कोरोना पॉज़िटिव को 70 फीसदी बेड कोविड कमांड सेंटर के माध्यम से आवंटित किए जाएंगे। शेष 30 फीसदी बेड अस्पताल प्रशासन के द्वारा दिये जा सकते हैं। इन अस्पतालों को प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक रिक्त हुए बेडों की संख्या की जानकारी अस्पताल के बाहर चस्पा करनी होगी और डेटा पोर्टल पर भी अपलोड करना होगा। साथ ही कोविड कमांड सेंटर के माध्यम से जिला प्रशासन के द्वारा जारी किए गए एडमिशन स्लिप को संबंधित अस्पताल के लिए मानना बाध्यकारी होगा। इसका उल्लंघन उत्तर प्रदेश महामारी अधिनियम के संगत प्रावधानों के अंतर्गत दंडनीय होगा। बताया कि जिन उपचाराधीनों को कोविड कमांड सेंटर के माध्यम से भर्ती कराया जाएगा उन्हें अनिवार्य रूप से एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इन अस्पतालों का समय-समय पर जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया जाएगा ताकि प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित किया जा सके। इन अस्पतालों की देखरेख के लिए जिला प्रशासन द्वारा नोडल अधिकारियों की भी तैनाती की जाएगी। जनपद में मौजूदा समय में सरकारी और निजी क्षेत्र के मिलाकर कुल 14 अस्पतालों को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया गया है, जिसमें शम्मे गौसिया मेडिकल कॉलेज सहेड़ी में 107, सिंह लाइफ केयर हॉस्पिटल रौजा में 100, गुडविल हॉस्पिटल आमघाट में 25, वर्ल्ड ग्रीन सैदपुर में 100, केएसवी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज सादात में 100, माता सरस्वती सेवा संस्थान मरदह में 150, आरएस हॉस्पिटल देवा दुल्लहपुर में 150, धनरावती हॉस्पिटल जखनियां में 25 के साथ ही जिला अस्पताल में 50, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सादात में 30, सीएचसी मोहम्मदाबाद में 30, सीएचसी भदौरा में 30, सीएचसी सैदपुर में 30 और सीएचसी खानपुर में 30 बेड का कोविड-19 एल-2 हॉस्पिटल बनाया गया है। जनपद में मौजूदा समय में कोविड-19 के सक्रिय उपचाराधीनों की संख्या 5147 है जिसमें 4128 होम आइसोलेशन में हैं। इसमें से 1888 को होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसके अलावा जिला अस्पताल में 40, शम्मे गौसिया सहेडी में 23, जेल बैरक में 121, बीएचयू वाराणसी में 26 व अन्य अस्पतालों में 26 व अन्य जिलों में 18 कोरोना पॉज़िटिव उपचाराधीन हैं।



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