दूध देने वाली गोमाता के बच्चों को आवारा नाम देना गलत, योगी सरकार ने कराई सिर्फ गोधन के उत्पत्ति की व्यवस्था - कृष्णबिहारी राय
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने पर रविवार को पशुपालन विभाग व विकास खंड सदर द्वारा बीकापुर स्थित प्राथमिक विद्यालय पर पं. दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मेला एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कृष्ण बिहारी राय ने कहा कि ग्रामीण जीवन में आजीविका एवं अर्थव्यवस्था का मुख्य स्रोत व आधार पशु हैं। कहा कि काल चक्र एवं मानव जीवन के बदलती परिस्थितियों का परिणाम है कि अर्थ एवं श्रम के मुख्य स्रोत पालतू पशुओं को लोग आवारा पशु का नाम दे रहे हैं। परन्तु आज वह निराश्रित पशु आवारा नहीं बल्कि सिर्फ असहाय है और उन्हें उस हाल में क्यों छोड़ा जा रहा है, ये चिंता का विषय है। कहा कि जिस गौ माता के दूध को 50 रुपया प्रति लीटर बेचकर हम अपने परिवार तथा बच्चों का पालन पोषण करते हैं, उसी गौ माता के बच्चे को हम आवारा कह रहे हैं। सच यही है वह आवारा नहीं बल्कि निराश्रित है। यह सिर्फ समय और परिस्थितियों का तकाजा है। कहा कि उन निराश्रित पशुओं के पोषण हेतु सरकार ने उत्तम व्यवस्था दी है। इस परिस्थितियों के परिणाम स्वरूप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ऐसे सीमेन का अनुसंधान किया है, जिससे सिर्फ हमारी आवश्यकता अनुरूप गोधन की ही उत्पत्ति होगी। कहा कि सरकार और समाज के सहयोग से किए गए कार्यों में सफलता का प्रतिशत बढ़ जाता है। उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. पीएस दूबे ने सरकार द्वारा पशुपालन के प्रति किए गए कार्यों की सराहना प्रशंसा करते हुए गाय के महत्व व उसके दूध को विटामिन ए का प्रमुख स्रोत बताया। इसके पूर्व गोमाता का पूजन व पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर अच्छेलाल गुप्ता, शशिकान्त शर्मा, पशुधन प्रसार अधिकारी ओम प्रकाश यादव, प्रदीप यादव, परवरिश सिन्हा, अजीत दुबे आदि रहे।