124वीं पुण्यतिथि पर याद की गईं सावित्री बाई फुले, दलित उत्थान व समाज सुधार को किया था संघर्ष



देवकली। समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने व दलितों के उत्थान में संघर्षरत सावित्रीबाई फुले की 124वीं पुण्यतिथि बुधवार को कुशवाहा समाज द्वारा देवकली में मनाई गई। उप्र कोऑपरेटिव यूनियन के चेयरमैन उमाशंकर कुशवाहा ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने समाज के दबे कुचले, पिछड़ों,दलितों तथा समाज की उपेक्षित महिलाओं के विकास के लिए आजीवन संघर्ष किया। उनकी सोच थी जब तक महिलायें स्वालम्बी नहीं होंगी, देश व समाज का विकास नही होगा। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा ने कहा सावित्रीबाई फुले ने विधवा विवाह, पुनर्विवाह आदि को बढ़ावा दिया और 1897 में प्लेग ने उनकी जान ले ली। कहा कि उनके योगदानों को बिसराया नहीं जा सकता। इस मौके पर नरेन्द्र कुमार मौर्य, बेचन मौर्य, डॉ. शिवकुमार कुशवाहा, अशोक कुशवाहा, सुरेन्द्र, प्रमोद, रामबचन, डॉ. संजय कुशवाहा, रामनरेश मौर्य, रमाशंकर एडवोकेट, रामकिशुन एडवोकेट आदि रहे। संचालन राजपति एडवोकेट ने किया।