सीएमओ को लगेगी जिले की पहली वैक्सीन, और किन-किन को लगेगा कोरोना का टीका, जानें -
गाजीपुर। कोविड-19 के लिए शनिवार को जिले के 4 स्वास्थ्य केंद्रों पर वैक्सीन लगाई जाएगी। इस बाबत शासन के निर्देश पर शुक्रवार को सीएमओ डॉ जीसी मौर्य ने प्रेस वार्ता की और अगले दिन होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए सवालों के जवाब दिए। बताया कि जनपद के 4 स्वास्थ्य केंद्रों में जिला पुरुष अस्पताल गोराबाजार, जिला महिला अस्पताल, सैदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व जखनियां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक वैक्सीन लगाई जाएगी। बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिले में पहली वैक्सीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीसी मौर्य की यानी खुद मेरी क जाएगी। सीएमओ ने बताया कि 16 जनवरी को होने वाले वैक्सीनेशन के लिए डॉ मनोज सिंह को जिला पुरुष अस्पताल, डॉ डीपी सिन्हा को जिला महिला अस्पताल, डॉ केके वर्मा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखनियां व डॉ प्रगति कुमार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर का नोडल बनाया गया है। इनकी ही देखरेख में पूरा वैक्सीनेशन कार्यक्रम किया जाएगा। बताया कि वैक्सीनेशन के लिए जनपद में 13 जनवरी को 1619 वॉयल वैक्सीन जिसमें 16 हजार 190 डोज जनपद पहुंच चुकी है। बताया कि यह वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया पुणे द्वारा बनाई गई है, यानी पूरी तरह से मेड इन इंडिया है। बताया कि प्रत्येक सत्र स्थल पर 100 चिकित्साकर्मी एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ का टीकाकरण किया जाएगा। जिसके लिए नोडल एवं सुरक्षाकर्मी सुबह साढ़े 8 बजे तक पहुंच जाएंगे। साथ ही वैक्सीनेशन समाप्ति के आधे घंटे के बाद वैक्सीनेशन कार्यक्रम को क्लोज किया जाएगा। साथ ही बताया कि जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो जाएगा उसके बाद भी उन लोगों को मास्क, सैनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि जिन लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जानी है, उनकी लिस्ट तैयार करके नोडल अधिकारी को भेज दिया गया है। सत्र स्थल पर टीकाकरण टीम में 5 सदस्य रहेंगे एवं एक टीम रिजर्व रहेगी। बताया कि गर्भवती महिला, स्तनपान कराने वाली एवं 18 साल से कम उम्र वालों को वैक्सीन नहीं लगेगी। इस मौके पर कोविड-19 नोडल डॉ मनोज सिंह, एसीएमओ डॉ. केके वर्मा, डॉ डीपी सिन्हा, डॉ प्रगति कुमार, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ ईशान कागरा, जिला अस्पताल के प्रभारी सीएमएस मृत्युंजय दुबे, यूनिसेफ के धर्मेंद्र तिवारी आदि रहे।