बड़ा खुलासा : 1500 रूपयों के लिए कोरोना पॉजीटिव को नेगेटिव बना देता था सहायक लैब टेक्निशियन, गिरफ्तार





उन्नाव। उन्नाव जिले में एक ऐसा खुलासा हुआ है, जिसे जानकर सभी दंग रह जाएंगे। दरअसल, कोविड-19 के लक्षण वाले मरीजों की कोरोना की जांच करवाई जाती है। अब उसकी जांच रिपोर्ट में खेल होने लगा है, उन्नाव की सदर कोतवाली पुलिस ने जिला अस्पताल में संविदा पर नौकरी कर रहे सहायक लैब टेक्नीशियन को गिरफ्तार किया है। सहायक लैब टेक्नीशियन पर फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने का आरोप है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि आरोपी पैसे लेकर फर्जी रिपोर्ट बनाता था। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जांच में पता चला कि यहां जिला अस्पताल में रुपये लेकर फर्जी कोविड रिपोर्ट बनाई जा रही थी। जिसे बनाने वाले संविदा पर एएलटी पद पर तैनात स्वास्थ्यकर्मी अमर बहादुर चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं जिला स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य कर्मी की सेवा समाप्त करने के लिए सेवा देने वाली कंपनी को पत्र भेजा है। सूत्रों की मानें तो फर्जी कोविड-19 रिपोर्ट बनाने के आरोप में पकड़ा गया व्यक्ति दूसरे नेगेटिव आने वाले व्यक्ति का सैंपल जांच के लिए भेज देता था, जिससे रिपोर्ट नेगेटिव आ जाती थी। पता चला कि फर्जी रिपोर्ट बनाने के खेल में उसे हर रिपोर्ट के 1500 रुपए मिलते थे। इस बाबत सीओ सिटी गौरव त्रिपाठी ने बताया कि थाना कोतवाली पुलिस द्वारा एक व्यक्ति को फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< नहीं करा पाया दारू पार्टी तो दोस्तों ने ही चाकू मारकर की दूल्हे की हत्या, शादी में दूल्हे की हत्या से मचा हड़कंप
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मुख्य अतिथि बनेंगे पीएम मोदी, 22 दिसंबर को होगा शताब्दी समारोह, कुलपति ने की ये अपील >>