सत्गुरू की कृपा से ब्रह्म को जानने वाला ही होता है सच्चा मानव



बहरियाबाद, गाजीपुर। स्थानीय संत निरंकारी सत्संग भवन पर रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें आजमगढ़ से आये संत कैलाश राय ने कहा कि संत-महापुरुषों के वचन अनमोल होते हैं। इनके वचनों को जो अपने जीवन में अमल में लाता है वो खुद अनमोल हो जाता है।



कहा कि जो मानव सतगुरु की कृपा से ब्रह्म को जान लेता है, वह स्वयं को जान लेता है। स्वयं को जानने का परिणाम होता है कि वह औरों को भी जान लेता है। परिणामस्वरूप औरों के प्रति भी प्रेम उत्पन्न हो जाता है। जिससे जीवन में वास्तविक भक्ति का श्री गणेश हो जाता है और आनंद की प्राप्ति होती है। इसके पूर्व सत्संग का शुभारम्भ रामप्रवेश प्रजापति द्वारा “सम्पूर्ण अवतार वाणी“ एवं “सम्पूर्ण हरदेव वाणी“ के काव्य पाठ से किया गया। इस मौके पर ब्रांच प्रमुख अमित सहाय, गायत्री सहाय, मोती यादव, श्याम लाल गुप्ता, डॉ. प्रेम सहाय, डॉ. केके सिंह, मोहन मोदनवाल, वंदना गुप्ता, कैलाश गुप्ता, दूधनाथ चौहान, गामा कन्नौजिया, डॉ. बाबू राम, शैलेश गुप्ता, नीतू गुप्ता, राजकुमार वर्मा, किशोरी, शिवकुमार, बबिता कन्नौजिया, कालिका प्रसाद, सुभाष चन्द्र, मनोज कन्नौजिया आदि उपस्थित रहे। संचालन घूरन प्रसाद ने किया।



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