सरकार ने शौचालय तो दे दिया लेकिन अब मानसिकता कौन बदले?



बृजेश सिंह भीमापार, गाजीपुर। 2 अक्टूबर के सरकार प्रदेश को ओडीएफ यानी खुले में शौच मुक्त घोषित करने की पूरी तैयारी में है और 2 अक्टूबर आने में अब महज 48 घंटों का समय बचा है। सरकार ने लगभग सभी के घरों में शौचालय भी बनवा दिया है लेकिन खुले में शौच करने की मानसिकता है कि जाती ही नहीं। ऐसी ही स्थिति भीमापार गांव की है जहां पर शासन की मंशा के अनुसार ग्राम प्रधान सुरेश चंद्र यादव ने लगभग सभी पात्रों के घरों में शौचालय बनवा दिया है। बावजूद इसके रोजाना सुबह व देरशाम सड़कों के किनारे अथवा खेतों में लोग खुले में शौच करते हुए दिख ही जाते हैं।



भीमापार-हुसैनपुर मार्ग, बाजार के पश्चिम में रामदासपुर संपर्क मार्ग, भीमापार-प्यारेपुर वाया मई मार्ग आदि पर रोजाना लोग शौच को बैठे रहते हैं। जिसके चलते इस राह से लोगां का गुजरना दूभर हो गया है। एक तरफ प्रधानमंत्री स्वच्छता ही सेवा का नारा दे रहे हैं तो दूसरी तरफ गंदगी को ही सेवा समझने वाले कुछ लोगों ने सरकार की मंशा पर पानी फेरने में जुटे हुए हैं। इस बाबत खंड विकास अधिकारी पवन सिंह ने बताया कि शौचालय होने के बावजूद खुले में शौच करने वाले लोगों के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर कानून बनाया जाएगा। कानून के तहत खुले में शौच करता पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस बाबत साभ्रांत लोगों का कहना है कि सरकार लाख यत्न कर ले लेकिन अगर आमजन जागरूक होकर अपनी मानसिकता नहीं बदलेगी तो इस कानून का भी कोई मतलब नहीं निकलने वाला। बदलाव आमजन के अंदर आना चाहिए।



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