फिर चर्चा में आया कुआंटी गांव, जेसीबी से काम कराने के मामले में जांच के बाद प्रधान ने कही ये बात





सादात। क्षेत्र के कुआंटी गांव में अभी रोजगार सेवक संग हुई घटना के मामले में एक माह बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया ही था कि अब गांव में जेसीबी से काम कराने का आरोप लगा है। जिसके बाद फिर से गांव चर्चा में आ गया है। हुआ ये कि बीते दिनों एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें जेसीबी से मनरेगा के तहत अमृत सरोवर का काम कराने का आरोप लगा था। आरोप था कि ग्राम प्रधान उत्कर्ष पांडेय द्वारा ये काम कराने के साथ ही उनके द्वारा पेड़ भी कटवाया गया है। इस आरोप पर प्रधान ने कहा कि ये विपक्षियों की साजिश है। मेरी छवि को धूमिल करने के लिए ऐसा आरोप लगाया जा रहा है। कहा कि मनरेगा पोस्टपेड सिम होने की वजह से हम ज्यादा से ज्यादा काम कराने के लिए बजट ला रहे हैं। ये बात विरोधियों को नहीं पच रही है। उन्होंने सादात में एकाउंटेंट रह चुके मनोज सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य रूप से उनके द्वारा ये जाल बुना जा रहा है। कहा कि उनकी हरकतों की वजह से ही उनका स्थानांतरण यहां से चंदौली जिले में कर दिया गया, इसके बावजूद वो वहां से भी हम पर हावी होना चाह रहे। कहा कि मेरे खिलाफ झूठा आरोप लगाने पर ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रधान ने बताया कि रोजगार सेवक द्वारा तहरीर दिए जाने के बाद विपक्षियों ने जेसीबी से काम कराने का वीडियो दिखाकर डीएम से शिकायत की थी। जिसके बाद जब बीडीओ डॉ. सरजीत सिंह के नेतृत्व में 3 सदस्यीय टीम ने जांच की तो जांच में क्लीन चिट दे दिया। यही बात विपक्षियों को नहीं पच रही। इस बाबत बीडीओ ने कहा कि शिकायत के बाद स्वयं मेरे द्वारा अमृत सरोवर पर जाकर निरीक्षण किया गया था, जहां मनरेगा मजदूर ही काम करते हुए पाए गए थे। कहा कि रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही भेज दी जाएगी।



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