सादात : मनबढ़ों द्वारा रोजगार सेवक से रंगदारी मांगने के मामले में एक माह बाद पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, तलाश में जुटी पुलिस





सादात। थानाक्षेत्र के कुवांटी गांव में तैनात रोजगार सेवक की तहरीर पर आखिरकार पुलिस ने ठीक एक माह के बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसके बाद रोजगार सेवक ने संतुष्टि जताई है। गांव निवासी रोजगार सेवक अशोक कुमार ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर मुकदमा दर्ज कराने की गुहार लगाई थी। आरोप लगाया था कि बीते 4 मार्च को अशोक गांव के अमृत सरोवर पर मनरेगा मजदूरों से खुदाई करा रहा था। इस बीच गांव निवासी सुनील यादव व रामविलास यादव वहां पहुंचे और महिला मजदूरों का वीडियो बनाने लगे। जिस पर रोजगार सेवक ने आपत्ति जताते हुए ऐसा न करने को कहा। आरोप लगाया कि आपत्ति जताने पर दोनों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मुझसे 25 हजार रूपए की रंगदारी मांगी थी और न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में सादात थाने में तहरीर दी गई थी लेकिन पुलिस टरकाती रही और इसमें मुकदमा दर्ज नहीं किया था। जिसके बाद रोजगार सेवक एसपी से मिला और गुहार लगाई। जिसके बाद पुलिस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश में जुट गई है। इस घटना के बाद ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी डॉ. सरजीत सिंह ने स्थलीय निरीक्षण के बाद कहा था कि सुनील व रामविलास द्वारा शासन के प्राथमिक कार्यों में व्यवधान डाला जा रहा है। साथ ही मजदूरों का वीडियो बनाया जा रहा है। उन्होंने रोजगार सेवक के आरोपों की पुष्टि की थी और सादात एसओ को निर्देश दिया था कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करें। लेकिन एसओ आलोक त्रिपाठी ने इसमें हीलाहवाली की और मुकदमा दर्ज नहीं किया था। जिसके बाद पीड़ित एसपी से मिला, तब जाकर ठीक एक माह बाद मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले की जांच सैदपुर के सीओ शेखर सिंह सेंगर द्वारा की जा रही है। इस बाबत सीओ ने कहा कि रोजगार सेवक के आरोप को बीडीओ द्वारा पुष्ट किया गया था। तहरीर के आधार पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करके मेरे द्वारा जांच की जा रही है। जांच के बाद गिरफ्तारी की कार्यवाही होगी।



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