नवाचार के लिए देशभर में प्रसिद्ध गाजीपुर निवासी संतोष सिंह बने रायपुर के एसपी, बेस्ट पुलिसिंग के साथ ही बनाया था ये विश्व रिकार्ड
देवकली। देश के टॉप 23 इनोवेटर ब्यूरोक्रेट्स में गाजीपुर के देवकली गांव के मूल निवासी व वर्तमान में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एसपी संतोष सिंह को शामिल किया गया है। शासन द्वारा छत्तीसगढ़ के 25 पुलिस अधीक्षकों का स्थानांतरण किए जाने के बाद संतोष सिंह को बिलासपुर से राजधानी रायपुर में एसपी बनाकर भेजा गया है। वहीं रायपुर के एसपी रहे प्रशांत अग्रवाल को पदोन्नति देते हुए शासन ने उन्हें बस्तर क्षेत्र के छसबल का डीआईजी बनाया है। इसके अलावा नक्सलियों से मोर्चा लेने के लिए राजधानी रायपुर में शासन ने एसपी एटीएस के पद पर भी एक आईपीएस को नियुक्ति दी है। नक्सली बाहुल्य क्षेत्र दंतेवाड़ा में 9वीं वाहिनी के कमांडेंट अजातबहादुर सिंह को रायपुर का एसपी एटीएस बनाया गया है। देवकली के मूल निवासी संतोष सिंह नवाचार के लिए पूरे देश में जाने जाते हैं। उनको छत्तीसगढ़ प्रदेश की राजधानी रायपुर का एसपी बनाए जाने के बाद क्षेत्रीय लोग गौरवान्वित हो रहे हैं। बता दें कि देश में ब्यूरोक्रेट्स के कामकाज पर नजर रखने वाली संस्था ब्यूरोक्रेट इंडिया ने हाल ही में पूरे देश में सर्वे करते हुए टॉप 23 इनोवेटर्स की लिस्ट जारी की है। जिसमें रायपुर के एसपी संतोष को भी शामिल किया गया है। देवकली के मूल निवासी संतोष सिंह पत्रकार अशोक कुमार कुशवाहा के सबसे बड़े पुत्र हैं। मंझले पुत्र डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह जखनियां सीएचसी पर बाल रोग विशेषज्ञ हैं व छोटे पुत्र डॉ धर्मेन्द्र कुमार सिंह शिलांग विश्वविद्यालय में सहायक प्रवक्ता के पद पर तैनात हैं। छत्तीसगढ़ में नशे के खिलाफ आईपीएस संतोष सिंह द्वारा चलाए गए अभियान के चलते बिलासपुर जिले में अपराध के ग्राफ में काफी गिरावट आई। जिसके चलते संस्था ने अपनी चयनित सूची में उन्हें शामिल किया है। 2011 बैच के आईपीएस संतोष सिंह के साथ ही देश के टॉप 23 आईपीएस को भी ये सम्मान दिया गया है। संतोष सिंह अब तक कोरबा, राजनंदगांव, कोरिया, रायगढ़, महासमुन्द, नारायणपुर व कोंडागांव जिले के एसपी रह चुके हैं। इसके अलावा नक्सल बाहुल्य क्षेत्र सुकमा में वो नक्सल ऑपरेशन को अंजाम दे चुके हैं, साथ ही दुर्ग में सीएसपी पद पर रह चुके हैं। 2018 में महासमुंद के एसपी रहने के दौरान एक लाख बच्चों को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिलाकर विश्व रिकार्ड बनाने वाले आईपीएस संतोष सिंह को भारत के तत्कालीन उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू द्वारा ‘चैंपियंस ऑफ चेंज’ का अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। इस सम्मान को मिलने के बाद गाजीपुर के लोगों में भी खासा उत्साह था। इसके अलावा रायगढ़ में फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग पुरस्कार भी उन्हें मिला। कोरबा का एसपी रहने के दौरान आईएसीपी यानी इन्टरनेशनल एसोसिएशन ऑफ पुलिस संगठन अवार्ड्स में उन्हें अंतराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका में 165 देशों के बीच ये सम्मान दिया गया। ये सम्मान दुनिया के 165 देशों से हर देश के दो सर्वश्रेष्ठ पुलिस अधिकारियों को दिया जाता है। जिसमें भारत से सिर्फ दो अधिकारियों को ये सम्मान मिला था। इसके अलावा भारत सरकार के गृह मंत्रालय बीपीआरडी द्वारा देश के 30 श्रेष्ठ स्मार्ट पुलिसिंग में भी इन्हें मान्यता दी गयी। रायगढ़ में कोविड काल में एक दिन में ही 12 लाख से अधिक लोगों में मास्क का वितरण करके भी एक विश्व रिकार्ड बनाया था। ब्यूरोक्रेट इंडिया 2020 में गुड गवर्नेंस अवार्ड भी इन्हें मिल चुका है। इसके अलावा रायगढ़ में अपराध पर नियंत्रण के लिए 3 बार इन्हें इंद्रधनुष अवार्ड मिल चुका है। आईपीएस संतोष सिंह ने वाराणसी के बीएचयू से स्नातक व स्नातकोत्तर किया और दोनों में टॉप करके स्वर्ण पदक हासिल किया। इसके बाद यूजीसी नेट में जेआरफ हासिल की और जेएनयू से एम. फिल करके वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना के काम काज पर पीएचडी कर रहे हैं।