पूर्वांचल के बेहद चर्चित सगे भाईयों के अपहरण कांड में दोनों बच्चे बरामद, सगे पिता की सामने आई ये बड़ी करतूत कि सहम गए लोग
गाजीपुर। गाजीपुर सहित पूरे पूर्वांचल के बेहद चर्चित हो चुके नगर के रौजा निवासी दो बच्चों के अपहरण के मामले का आखिरकार खुलासा हो ही गया। दोनों बच्चों का गायब होना अपहरण नहीं, बल्कि वो दोनों अपने पिता की प्रताड़ना से आजिज आकर ही घर छोड़कर फरार हुए थे। हैरानी की बात ये है कि आरोपी पिता अपने दोनों बच्चों का अपहरण कर उसकी हत्या अपने भाई द्वारा किए जाने की बात कहते हुए आत्मदाह करने के इरादे से लखनऊ तक जा चुका था और पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगा रहा था कि पुलिस जानबूझकर कुछ नहीं कर रही है। अब जब इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने दोनों बच्चों को बरामद किया है तो दोनों बच्चों द्वारा बताई गई कहानी से खुद पिता एक बार फिर से कटघरे में खड़ा हो गया है। रौजा के रजदेपुर स्थित आवास विकास कॉलोनी निवासी हनुमान प्रजापति के दो बच्चे शहर के बड़े स्कूल में पढ़ते थे। बीते मई में दोनों अचानक लापता हो गए। जिसके बाद पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बाद में निजी खुन्नस निकालने के लिए अपने भाई पर आरोप लगा दिया कि उसने अपहरण करके दोनों की हत्या कर दी है। जिसके बाद पुलिस अलर्ट हो गई और हर संभावित स्थानों पर बच्चों की तलाश की। यहां तक कि देश के कई राज्यों में जाकर पोस्टर चिपकाए गए लेकिन उनका पता नहीं चल सका। इधर पिता बार-बार धरना देने लगा और आत्मदाह के लिए मुख्यमंत्री तक पहुंच गया। वहां से पुलिस समझा बुझाकर उसे वापिस ले आई। इसके बाद फिर से शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना का आरोपी पिता हनुमान बच्चों की तलाश के लिए धरना देने लगा। बीते दिनों वो मंडलायुक्त के यहां जाने वाला था, लेकिन पुलिस ने उसे घर में ही नजरबंद कर दिया। इस बीच दोनों नाबालिग बच्चों ने अपने आधार कार्ड में कुछ संशोधन कराने लगे। जिसके चलते मैसेज आया और पुलिस को बच्चों की लोकेशन दिल्ली मिली। जिसके बाद एसआई देवेंद्र बहादुर सिंह दिल्ली पहुंचे और बच्चों को सकुशल वापिस लेकर आए। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक को उन्होंने पूरी कहानी बताई। बताया कि वो पढ़ाई में कमजोर थे। ऐसे में पिता द्वारा पूछे गए एक भी सवाल का अगर वो गलत जवाब देते थे तो उन्हें पिता द्वारा बेहद बुरी तरह से मारापीटा जाता था। जिसके चलते वो एक साल पूर्व भी घर से भाग गए थे। लेकिन उस समय भी जीआरपी ने उन्हें पकड़ लिया और हम फिर से घर पहुंच गए थे। घर से भागने के बावजूद पिता का स्वभाव नहीं बदला तो वो बीते मई माह में फिर से भाग गए। चूंकि वो पिता की वजह से ही खुद भागे थे तो उन्होंने उससे संपर्क करने की कोशिश तक नहीं की। पुलिस द्वारा दोनों बच्चों को सकुशल बरामद किए जाने के बाद बच्चों ने खुद के प्रताड़ित करने की बात सुनाई तो पुलिस अधीक्षक समेत टीम भी भौचक रह गई। एसपी ने बताया कि अब दोनों बच्चों को सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया जाएगा। बताया कि पिता व पुत्रों की काउंसिलिंग भी कराई जाएगी। हालांकि संभव ये भी है कि बच्चों संग किए गए जुल्म के चलते आरोपी पिता हनुमान पर कार्रवाई की जाए। बहरहाल, दोनों बच्चे सकुशल पुलिस टीम के पास हैं।