हैरतअंगेज : किशोरी को बनारस शहर घुमाने का लालच देकर 5 नाबालिगों ने किया सामूहिक दुष्कर्म, अपराध छिपाने को सैकड़ों फीट नीचे नदी में फेंका





सैदपुर। थानाक्षेत्र के एक गांव निवासिनी किशोरी को बनारस शहर घुमाने का प्रलोभन देकर उसके साथ 5 नाबालिगों ने ही सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर अपना अपराध छिपाने के लिए उसे वाराणसी के ही विश्वसुंदरी पुल से सैकड़ों फीट नीचे गंगा नदी में फेंक दिया। हालांकि स्थानीय मल्लाहों ने उसे बचा लिया। अब उसके ठीक होने के बाद परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने सभी 5 नाबालिगों को कई स्थानों से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। थानाक्षेत्र के एक गांव निवासिनी 14 साल की छात्रा सैदपुर थाना क्षेत्र के ही एक गांव स्थित अपने पिता के बुआ के घर रहकर कक्षा 9 में पढ़ती थी। साथ ही डहरा कलां स्थित कोचिंग में पढ़ने जाती है। घर पर भवन निर्माण का कार्य चल रहा था। वहां एक बूढ़े मजदूर की तबीयत गड़बड़ होने पर उसका नाबालिग पुत्र दो मार्च को उसके स्थान पर मजदूरी करने आया और दो दिनों में किशोरी उसकी दोस्त बन गई। किशोरी के परिजनों के अनुसार, पांच मार्च की सुबह छात्रा कोचिंग पढ़ने जा रही थी। अभी वह भटौला गांव के पास पहुंची ही थी कि नाबालिग मजदूर अपने एक और नाबालिग दोस्त के साथ बाइक से पहुंचा और छात्रा से बोला कि तुम्हें वाराणसी घुमाकर लाता हूं। छात्रा उसके बहकावे में आकर बाइक पर बैठ गई और तीनों बाइक से वाराणसी के चौबेपुर पहुंचे। वहां दूसरे बाइक से तीन अन्य नाबालिग पहुंचे तो उसके मजदूर दोस्त ने किशोरी से कहा कि तुम इन तीनों के साथ जाओ, मैं तुम्हें वाराणसी में ही मिलूंगा। इसके बाद किशोरी उसके दोस्तों के साथ चली गई। आरोप के अनुसार, तीनों ने चौबेपुर के खेत में ही किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद किशोरी को साथ लेकर वाराणसी गए। इस बीच किशोरी ने विरोध किया और नानी को बताने की बात कही तो अपने बचाव में नाबालिग आरोपियों ने उसे विश्वसुंदरी पुल से गंगा नदी में फेंक दिया। छात्रा के गिरने की आवाज सुनकर नीचे खड़े मछुवारों ने बाहर निकाला और पुलिस को बुलाया। पुलिस छात्रा को बीएचयू ले गई। होश में आने पर छात्रा ने अपने घर वालों का नंबर बताया तो पुलिस ने उन्हें सूचना दी। सूचना पर घरवाले वहां पहुंचे और उसके ठीक होने के बाद उसे लेकर आए। छात्रा शर्मवश किसी को कुछ बता नहीं रही थी तो उसके रिश्तेदारों ने उसके घर पहुंचा दिया, वहां उसने आप बीती बताई। जिसके बाद बीते रविवार को छात्रा के परिजन उसे लेकर कोतवाली पहुंचे और पूरी कहानी सुनाई। जिसके बाद कोतवाल ने परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते हुए पांचों आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया।



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