टीबी रोगियों के सैंपल ट्रांसपोर्ट और बलगम ट्रांसपोर्ट को लेकर कार्यशाला का हुआ आयोजन
ग़ाज़ीपुर। 2025 तक टीबी मुक्त भारत की परिकल्पना के तहत राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को लगातार गति दिया जा रहा है। इसी क्रम में 23 से 31 जनवरी तक जनपद के समस्त ब्लॉकों में कार्यरत सीएचओ, बीपीएम, बीसीपीएम, बैम का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसके तहत संभावित क्षय रोगियों के सैंपल ट्रांसपोर्ट एवं बलगम ट्रांसपोर्ट कराने एवं जांच सेंटर तक भेजने हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि अधिक से अधिक क्षय रोग के मरीजों को खोजा जा सके। क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के नोडल डॉ मनोज सिंह ने बताया कि भारत सरकार 2025 तक हर हाल में क्षय रोग खत्म करने को लेकर अभियान चला रही है। इसी अभियान के तहत 23 से 31 जनवरी तक समस्त ब्लॉकों में कार्य करने वाले सीएचओ, बीपीएम, बीसीपीएम ,बैम व अन्य कर्मचारियों को संभावित मरीजों के बलगम ट्रांसपोर्ट एवं सैंपल ट्रांसपोर्ट के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे संभावित टीबी मरीजों को जांच के माध्यम से खोज कर उनका इलाज किया जा सके। जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ मिथिलेश सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण में आए हुए लोगों को कैसे ग्रामीण इलाकों में संभावित टीबी मरीजों का सैंपल कलेक्ट करना है एवं उनके बलगम को जांच सेंटर तक कैसे ट्रांसपोर्ट कराना है, इसको लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीबी मरीज कंफर्म होने पर उन्हें इलाज पर रख उन्हें स्वस्थ किये का कार्य किया जाएगा। साथ ही साथ जो टीबी मरीज मिलेंगे उनके परिवार के सभी सदस्यों का टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि साल 2022 में जनपद में कुल 4999 मरीज मिले थे। वहीं 2023 में अब तक 187 मरीज मिले हैं। जिसमें सरकारी अस्पताल और निजी अस्पताल के मरीज शामिल है। सभी को इलाज पर रखकर उन्हें डीबीटी के माध्यम से 500 रूपया प्रति माह का भुगतान इलाज चलने तक किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने बताया कि प्राइवेट चिकित्सकों के द्वारा टीबी मरीजों की सूचना या जानकारी देने और जांच में टीबी मरीज घोषित हो जाने पर उन्हें 500 रूपए भी दिए जाते हैं। यह भी बताया कि यदि आमजन के द्वारा किसी टीबी मरीज की जानकारी विभाग को दी जाती है और जांच उपरांत वह टीबी मरीज पाया जाता है तो सूचना देने वाले को भी 500 रूपए का भुगतान किया जाता है। इस मौके पर अनुराग कुमार पांडे, सुनील कुमार वर्मा, वेंकटेश्वर शर्मा, कमलेश कुमार, अवधेश गुप्ता, अरविंद कुमार, अलीम आदि रहे।