सैदपुर : सीएचसी के अधीक्षक पर संविदा नर्स ने लगाया आरोप तो अधीक्षक ने बताई नर्स की गंभीर गलती
सैदपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. संजीव सिंह पर एक संविदा स्टाफ नर्स ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला कर्मी का आरोप है कि अधीक्षक द्वारा उससे दोस्ती का प्रयास किया गया और न करने पर उसका स्थानांतरण करा दिया गया। जबकि अधीक्षक ने बताया कि उक्त कर्मी द्वारा प्रसव के बाद एक नवजात को बाल्टी में गिरा दिया गया था, लेकिन संयोग अच्छा था कि वहां एक अन्य कर्मी पहुंच गई, जिसके चलते उसकी जान बच गई। इसी के चलते उनका स्थानांतरण किया गया है। नगर के महिला अस्पताल में रेनू कुमारी नाम की संविदा कर्मी स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है। उक्त नर्स का तबादला अन्य तहसील क्षेत्र में कर दिया गया है। जिसके बाद महिला सीएचसी पर पहुंची और वहां आरोप लगाया कि अधीक्षक द्वारा गलत नीयत से उससे दोस्ती करने का दबाव दिया जाता है। न मानने पर यहां वहां ड्यूटी लगाई जाती है और मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। वहीं सीएचसी के कार्यालयों के कर्मचारियों पर अवैध वसूली आदि का आरोप लगाया। जिसके बाद महिला ने थाने में तहरीर दी है। वहीं जब अधीक्षक से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि महिला के ससुर बसपा नेता हैं। वो राजनीति के रसूख के चलते यहां से अन्यत्र नहीं जाना चाहती है। बताया कि कुछ दिनों पूर्व महिला अस्पताल में प्रसव के दौरान एक नवजात बाल्टी में गिर गया था और उसकी जान जाते-जाते बची थी। बताया कि उसके बाद ही जिला मुख्यालय पर रिपोर्ट भेज दी गई थी। जिसके चलते ये तबादला हुआ है। उसी खुन्नस में उसने ऐसा आरोप लगाया है। अधीक्षक ने बताया नर्स के परिवार को महिला अस्पताल में कमरा मिला है। लेकिन वहां एक अन्य कमरे पर अवैध कब्जा किया गया है और अवैध पार्किंग की जगह घेरी गई है। एक कमरे को खाली करने के लिए कहा गया था, संभवतः एक ये खुन्नस भी आरोप लगाने की वजह होगी। कहा कि जिला मुख्यालय से स्पष्टीकरण मांगा गया है जिसे मेरे द्वारा भेज दिया गया है।