विश्व मधुमेह दिवस स्पेशल : चीनी खाने से नहीं होता है शुगर, बिना बीमारी मीठा से परहेज से भी होता है एक तरह का मधुमेह, जानें चिकित्सक ने और क्या कहा -





सैदपुर। विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर सैदपुर में चिकित्सकों ने आमजन को मधुमेह से जागरूक किया। इस दौरान सीएचसी पर तैनात चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ दीपक पांडेय ने कहा कि डायबिटीज से बचने के लिए लोगों को सबसे पहले अपने जीवनशैली में परिवर्तन लाना होगा। एक बड़ी बात कहते हुए बताया कि सिर्फ चीनी यानी शुगर खाने से मधुमेह नहीं हो सकता, लोग इसी भ्रम में चीनी खाना छोड़ देते हैं। इसके लिए सबसे जरूरी है कि हमें अपनी जीवनशैली बदलनी होगी। कहा कि इसके अलावा जंकफूड, बाहरी भोजन करना, व्यायाम न करना, नशे की लत आदि ये डायबिटीज के प्रमुख कारण हैं। कहा कि डायबिटीज हमारे शरीर में इंसुलिन के अभाव से होता है। कहा कि शरीर में अगर समुचित मात्रा में इंसुलिन न हो तो दिक्कत होगी। वहीं अनौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ प्रकाश पांडेय ने कहा कि डायबिटीज होने का मुख्य कारण है लोगों की असन्तुलित जीवनशैली। कहा कि आमतौर पर लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते, देर रात तक जागते हैं, शारीरिक श्रम नहीं करते और सबसे बड़ी वजह सुबह में नाश्ता नहीं करते और सोचते हैं कि दोपहर व रात में उसकी भरपाई खूब खाकर कर लेंगे। कहा कि सुबह में नाश्ता करने से शरीर के अंदर के हिस्से कसरत करते हैं। कहा कि असमय खाना खाने पर हमारे शरीर को अलग से इंसुलिन निकालना होगा, जिसके लिए अलग से मेहनत करनी होगी। इसके चलते इंसुलिन का स्तर असंतुलित हो जाता है। कहा कि रात में खाना बहुत भारी नहीं खाना चाहिए। कहा कि कई बार लोग बिना मधुमेह हुए मीठा का सेवन छोड़ देते हैं, ये भी काफी गलत है। कहा कि मीठा न खाने से भी एक तरह का मधुमेह हो सकता है, इसलिये मीठा खाएं लेकिन सन्तुलित मात्रा में।



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