खराब सड़क व चालक की लापरवाही ने करीब 60 की जान खतरे में डाली, कोतवाल ने पानी में कूदकर कईयों को निकाला
सैदपुर। थानाक्षेत्र के हीरानंदपुर में खराब सड़क व बस चालक की लापरवाही ने करीब 60 यात्रियों की जान खतरे में डाल दी। यात्रियों से भरी बस सड़क किनारे पानी से भरे खाई में पलट गई। जिससे उसमें चीख पुकार मच गई। घटना में करीब 3 दर्जन लोग घायल हो गए। घटना के बाद मौके पर सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। वहां मची चीख पुकार के बाद ग्रामीणों ने किसी तरह से लोगों को निकाला। वहीं मौके पर तत्काल कोतवाल तेजबहादुर सिंह मय फोर्स पहुंचे। बस में लोगों को फंसा देख वो बिना कुछ सोचे समझे पानी में कूद पड़े और अंदर लोगों की तलाश करने लगे। इस दौरान जो भी अंदर मिला उसे बाहर निकाला। इसके बाद तत्काल एंबुलेंस बुलाकर सभी को सीएचसी भेजा। घटना में रसड़ा निवासी विक्की यादव 30, उसकी मां लालसा देवी 50 पत्नी स्व. सीताराम गुप्त, डहरा की सुशीला देवी 50 पत्नी सुरेंद्र, उसकी बहू चंदा 30 पत्नी त्रिलोकी, चंदा का 3 साल का बेटा अर्पण, मनिहारी के ओमप्रकाश सिंह 57, शादियाबाद की प्रतिमा सिंह 40 पत्नी डॉ. नागेंद्र सिंह, वहीं का अफजाल 26 पुत्र इजहार, शिवपुर का मनीष कुमार 42 पुत्र राजनाथ व नैढ़ी चंदौली निवासी कंडक्टर सन्तोष मिश्र 50 पुत्र स्व. नरसिंह मिश्र घायल हो गए। उनके अलावा कुल करीब 3 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। लेकिन अधिकांश को आंशिक चोटें आईं, जिसके चलते वो बस में फंसे सामान को लेने के लिए अस्पताल तक नहीं आए। इधर घटना के बाद मौके पर एसडीएम ओमप्रकाश गुप्त मौके पर पहुंचे और जायजा लिया। यात्रियों ने बताया कि बस रसड़ा से वाराणसी जा रही थी। बताया कि चालक जल्दी वाराणसी पहुंचने के लिए अचानक तेज चलाने लगा और तभी सामने से एक ट्रक आ गई। जिसके बाद उससे बचने के चक्कर में बस किनारे पर खोखले हो चुके सड़क में घुसी और सीधे खाई में पलट गई। बस पलटते ही चीख पुकार मच गई। जिसके बाद लोगों ने तत्काल अंदर फंसे लोगों को निकालना शुरू कर दिया। इस बीच बस में पानी भरने के साथ ही उसकी टंकी का ईंधन भी भर गया। जिससे आग लगने का खतरा बढ़ गया। इस बीच तत्काल सभी को बाहर निकालने के लिए कोतवाल तेजबहादुर सिंह पानी में कूद पड़े। इसके बाद जेसीबी बुलवाकर बस को सीधा कराया जा रहा है, ताकि पता चल सके कि बस के नीचे तो कोई नहीं फंसा है। हालांकि घटना में संयोग अच्छा था कि कोई हताहत या गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है।