कोरोना ने खराब की मीडिया जगत की आर्थिक हालत, पत्रकारों के लिए जेसीओआई के अध्यक्ष ने पीएम को लिखा पत्र
गाजीपुर। पत्रकारों के संगठन जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्तर पर ई-कॉन्फ्रेसिंग सम्पन्न हुई। जिसमें अध्यक्ष ने कहा कि आज पूरा देश डिजिटल इंडिया बन रहा है। देश में हर कार्य को पेपर लेस करने पर सरकार द्वारा जोर दिया जा रहा है। ऐसे में जबकि कोरोना के चलते लघु तथा मध्यम समाचार पत्रों की आर्थिक स्थिति बिगड़ चुकी है तो उन्हें भी ई-पेपर का सहारा लेना पड़ रहा है। ई-पेपर को पाठकों का भी पूरा सहयोग मिल रहा है क्योंकि जो समाचार पत्र पहले प्रकाशित होने पर भी दूर दराज के क्षेत्रों में नहीं पहुंच पाते थे, वह अब आसानी से पाठकों तक पहुंचने लगे हैं। वहीं लोगो को सरकारी योजनाओं की आसानी से जानकारी भी होने लगी। इसकी प्रसारित होने की क्षमता को देखते हुए बड़े मीडिया हाउस भी डिजिटल ई-पेपर तथा वेब पोर्टलों पर आ गए हैं। लेकिन इनसे जुड़े पत्रकारों को आज भी फर्जी होने का दंश झेलना पड़ता है। इस दौरान कान्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से वरिष्ठ पत्रकार डॉ. एके राय, फतेहपुर से डॉ. आरसी श्रीवास्तव, पीलीभीत जिले से नीरज राज सक्सेना, शाहजहांपुर जिले से संजय जैन, लखनऊ से अजय शुक्ला के साथ झारखंड के रांची जिले से अशोक कुमार झा, राजस्थान के बाड़मेर से राजू चारण तथा मध्यप्रदेश से हरिशंकर पराशर ने हिस्सा लिया। बैठक में पत्रकारों की समस्याओं तथा ई पेपर और डिजिटल मीडिया के पंजीकरण पर विस्तार से चर्चा की गयी। उपरोक्त तथ्यों पर आधारित निर्णय लेने के लिए सभी लोगों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना को अधिकृत किया। इसके उपरान्त अध्यक्ष अनुराग सक्सेना ने पत्रकार हित में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इसकी मान्यता तथा पत्रकारिता के लिए नये माप दण्ड बनाने व नियमावली संशोधन करने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने पत्रकारों की शैक्षिक योग्यता निर्धारित करने, पत्रकार सुरक्षा कानून, मीडिया आयोग गठन जैसी लम्बित मांगों पर ध्यान आकर्षित करने का आग्रह किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखित पत्र में उल्लेख किया है कि हम सभी पत्रकार तथा मध्यम समाचार पत्र समूह आपके डिजिटल इंडिया की आवश्यकता पर आपके साथ हैं।