अवैध ब्रेकर ने ले ली विवाहिता की जान, उधर ननद की उठी डोली और इधर सिंपी की उठी अर्थी
खानपुर। बीते दिनों खानपुर एसओ द्वारा अवैध ब्रेकरों को हटवाने की कवायद पूरी तरह से मूर्त रूप नहीं ले सकी। जिसके चलते एक अवैध ब्रेकर के चलते विवाहिता की नाहक की जान चली गई और वैवाहिक गीतों से गूंजने वाला घर मातम की चीख पुकार से गूंज उठा। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। तुलसीपुर निवासिनी विवाहिता सिंपी यादव 25 पत्नी आलोक यादव के ननद की शादी गुरुवार की रात में होनी थी। वो गुरूवार की दोपहर अपनी ननद के साथ भीमापार बाजार स्थित ब्यूटी पार्लर गई थी। वहां से वो अपने देवर के साथ बाइक पर बैठकर घर लौट रही थी। तभी अमुआरा गांव के पास सड़क पर बने अवैध व असीमित ऊंचाई के ब्रेकर पर बाइक उछल गई। जिससे सिंपी के सिर में गंभीर चोट लग गई। परिजन तत्काल सिंपी को इलाज के लिए वाराणसी के ट्रामा सेंटर लेकर गए। वहां उसका उपचार चल रहा था, लेकिन शुक्रवार को सिंपी की मौत हो गई। बता दें कि पुलिस और प्रशासन द्वारा सड़कों पर अवैध ब्रेकर के खिलाफ अभियान चलाया जाता है, इसके बावजूद सड़क किनारे बसे लोग सड़कों पर अवैध ब्रेकर बनाकर राहगीरों की जान लेने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। प्रशासन भी अतिक्रमण हटवाने में व्यस्त है लेकिन सड़कों पर बनाए गए जानलेवा ब्रेकरों की तरफ पूरी तरह से किसी का ध्यान नहीं है। बीते दिनों खानपुर थानाध्यक्ष ने कुछ ब्रेकरों को उखड़वाकर बेहतरीन शुरूआत की थी लेकिन एक ऐसे ही अवैध ब्रेकर के चलते ये घटना हो गई। गुरुवार की रात जब सिंपी जीवन और मौत की जंग लड़ रही थी, उस समय उसकी ननद बेहद सादे समारोह में अपने जीवनसाथी के साथ नए जीवन के लिए सात फेरे ले रही थी। शुक्रवार की सुबह ननद की विदाई होते ही सिंपी भी इस दुनिया से विदा हो गई। बेटी के विदाई से घरवालों के नम आंखों से आंसू सूखे भी नहीं थे कि बहू की मौत ने सबको शहनाईयों के घर में मातम की चीख पुकार मचा दिया। बेटी की शादी के घर की खुशियां अचानक मातम में बदल गई। सिंपी की शादी ढाई वर्ष पूर्व हुई थी और उसे साल की एक बेटी अनन्या भी है। मौत के बाद अबोध बच्ची एकटक अपनी मां को निहार रही थी और उसे जगाने का निरर्थक प्रयास कर रही थी। शुक्रवार की शाम जौहरगंज के गंगा घाट पर सिंपी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।