विरोधियों की मार व दुर्व्यवहार से भी नहीं डिगा विधायक का हौसला, मुंबई में मृत दो यादव परिवार तक भिजवाया शव





सैदपुर। एक तरफ सैदपुर के विधायक सुभाष पासी व उनके परिवार पर लगातार यादव बाहुल्य गांवों में एकतरफा हमले किए जा रहे हैं, दुर्व्यवहार किए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ विधायक सुभाष पासी असल मायनों में एक जनप्रतिनिधि के साथ ही एक मनुष्य होने का कर्तव्य निभाने में पूरी तरह से जुटे हुए हैं। एक सप्ताह में विधायक की पत्नी रीना सुभाष पासी संग दो बार अराजकता हो चुकी है। वहीं कुछ माह पूर्व विधायक संग भी कुछ मनबढ़ों ने दुर्व्यवहार किया था। उस बात का जवाब विधायक ने अपने सत्कर्म से दिया है। विधायक की पत्नी व अक्षर फाउंडेशन की अध्यक्ष रीना सुभाष पासी ने सोमवार को मुंबई से दो व्यक्तियों का शव मुंबई से विमान से मंगाया है। पहला मामला कनेरी के मुबारकपुर का है। जहां के निवासी शिववचन यादव 45 मुंबई में ऑटो चलाकर परिवार का भरण पोषण करते थे। रविवार को वो ट्रेन से जा रहे थे, इस बीच बसहीं विरार के पास नीचे गिर गए। घटना में वो गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल में उनकी मौत हो गई। मृतक अपने पीछे पत्नी माला देवी समेत दो पुत्र व एक पुत्री छोड़ गए हैं। घटना की जानकारी होने के बाद सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं दूसरी घटना बौरवां निवासी जयप्रकाश यादव 37 संग हुई। वो भी मुंबई में मजदूरी करते थे। इस बीच हृदयगति रूकने से उनकी भी मौत हो गई। जिसके बाद पत्नी पुष्पा समेत एक पुत्र व एक पुत्री का रो-रोकर बुरा हाल था। दोनों घटनाओं में पति व पिता को अंतिम बार देखने के लिए पत्नी व बच्चे व्याकुल थे। लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते वो शव को अपने खर्च पर मंगाने में असमर्थ थे। इस बात की जानकारी विधायक को हुई तो उन्होंने किसी भी घटना को याद किए बिना, तत्काल शव को मंगाने का इंतजाम किया। विमान से शव आया तो अक्षर फाउंडेशन का एंबुलेंस शव लेकर उनके घर पहुंचा। जहां परिजनों में कोहराम मच गया। वो मर्माहत तो थे लेकिन उसी भरे हुए दिल से विधायक सुभाष पासी का आभार भी जता रहे थे। बहरहाल, विधायक व उनकी पत्नी संग हुए दुर्व्यवहार के बावजूद नेक कर्म के सवाल पर विधायक ने कहा कि क्या हुआ अगर मेरी जनता ने मुझे कुछ कह दिया तो, वो मेरे अपने हैं और अपनों से ही लोग गिला शिकवा रखते हैं। आज वो कुछ लोगों के बहकावे में मेरा व मेरे परिवार का विरोध कर रहे हैं, कल उन्हें खुद इस बात का पछतावा होगा। लेकिन अगर मेरे द्वारा भी बदले की भावना से काम किया जाने लगा तो मेरा जनप्रतिनिधि व इंसान होना व्यर्थ है। कहा कि संस्था या मेरे द्वारा किए जाने वाले ये कार्य किसी भी कीमत पर रूकेंगे नहीं, चाहे कोई कुछ भी व्यवहार कर ले।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< विधायक की पत्नी के काफिले पर हमला करने के मामले में पुलिस ने किया 7 को गिरफ्तार
कांग्रेस प्रत्याशी ने निकाली पदयात्रा, कहा कि अबकी बदलेगा सैदपुर का इतिहास >>