शत प्रतिशत नियमित टीकाकरण और संस्थागत प्रसव को हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक





गोरखपुर। जिला स्वास्थ्य समिति (डीएचएस) की बैठक जिलाधिकारी विजय किरण आनंद की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में हुई। बैठक में कोविड टीकाकरण की लक्ष्य प्राप्ति के लिए सभी ब्लॉक को एक सप्ताह का समय दिया गया। सभी को यह भी दिशा-निर्देश मिला है कि नियमित टीकाकरण और संस्थागत प्रसव शत प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि 15 से 17 आयु वर्ग के किशोरों का लक्ष्य के सापेक्ष 80 फीसदी कोविड टीकाकरण और टीके की सैकेंड डोज 75 फीसदी तक पहुंचाना है। इसके लिए सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से लाभार्थियों को कॉलिंग कराने, स्कूलों से समन्वय बनाने, अधिक से अधिक बूथ बनाने, बैठकें करने और टीकाकरण की शत प्रतिशत फीडिंग कराने के निर्देश दिये गये हैं। बताया कि जिलाधिकारी के स्तर से शत प्रतिशत आशा भुगतान और राष्ट्रीय कार्यक्रमों के भुगतान कराए जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कहा गया है कि वह प्रसव कक्ष को बेहतर बनाएं और ऐसा वातावरण तैयार करें कि ज्यादा से ज्यादा संस्थागत प्रसव सरकारी अस्पताल में हो। इस संबंध में आशा और एएनएम के साथ बैठकें करें और सुनिश्चित करें कि जिनकी निष्क्रियता के कारण सरकारी अस्पताल में प्रसव नहीं हो रहा है उन पर कार्यवाही भी हो। जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद ने सोमवार को देर शाम तक चली बैठक के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों की वित्तीय स्थिति के बारे में प्रस्तुति दी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर डॉ. संदीप पाटिल ने नियमित टीकाकरण, यूएनडीपी संस्था के जिला कोल्ड चेन मैनेजर पवन कुमार सिंह ने कोविड टीकाकरण, यूनिसेफ संस्था से डीएमसी हसन फईम और नीलम यादव ने नियमित टीकाकरण और डिवीजनल कोआर्डिनेटर विजेंद्र चौबे ने गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल कार्यक्रम के बारे में प्रस्तुति दी। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नंद कुमार, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. रामेश्वर मिश्र, जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. गणेश यादव, एसीएमओ डॉ. एके प्रसाद, डॉ. वीपी पांडेय, डीसीएमओ डॉ. अनिल सिंह व डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय ने अपने-अपने कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। वहीं कोविड टीकाकरण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खजनी ब्लॉक के लिए जिलाधिकारी ने डीएचएस में ताली बजवायी और वहां के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप त्रिपाठी से उनका अनुभव सभी से साझा करवाया। जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह भदौरिया ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि अगर किसी भी स्कूल में बच्चे टीकाकरण के लिए नहीं आ रहे हैं तो उन्हें सूचना दी जाए। वह बच्चों की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। आशा भुगतान में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए भटहट के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अश्विनी चौरसिया की सराहना की गयी और उनका अनुभव भी उपस्थित लोगों से साझा करवाया गया।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< कृष्ण सुदामा ग्रुप ने कराया निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन, 120 गरीबों का ऑपरेशन
हृदय गति रूकने से प्रधान प्रतिनिधि व हाईकोर्ट अधिवक्ता का असामयिक निधन, क्षेत्र में शोक >>