अब संस्कृत शिक्षा की उपाधियों पर अंग्रेजी में भी लिखे जाएंगे नाम, छात्रों में खुशी का माहौल, अब तक होती थी ये परेशानी





खानपुर। संस्कृत शिक्षा से जुड़े लोगों ने संस्कृत के सभी प्रमाणपत्रों पर अंग्रेजी में उपाधियों को लिखने के आदेश को जमकर सराहा है। सैदपुर क्षेत्र में संस्कृत महाविद्यालय रामपुर के प्रिंसिपल डॉ राघवेंद्र पाठक ने कहा कि संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रों के विश्वविद्यालय की शास्त्री की डिग्री पर अब बीए भी लिखा जाएगा। इसके साथ ही पूर्व मध्यमा व उत्तर मध्यमा के अंकपत्र, सनद पर भी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट अंकित होगा। छात्रों की शास्त्री की डिग्रियों को पिछले दिनों कई संस्थानों द्वारा अमान्य करार दिए जाने के बाद विश्वविद्यालय ने यह कदम उठाया है। रंजना त्रिपाठी ने बताया कि संस्कृत विश्वविद्यालय की डिग्रियों को यूजीसी से स्नातक और स्नातकोत्तर की समकक्षता प्राप्त है। आचार्य की डिग्री पर पहले से ही एमए अंकित रहता है। संस्कृत पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को अब किसी भी संस्था में नौकरी के लिए अतिरिक्त प्रमाणपत्र या असमंजस की स्थिति का सामना करना नहीं पड़ेगा। डॉ जय यादव ने बताया कि पुराने छात्रों के मध्यमा के प्रमाणपत्र पर हाईस्कूल, उत्तर मध्यमा के प्रमाणपत्र पर इंटर, शास्त्री की उपाधि पर बीए भी दर्ज किया जाएगा। संस्कृत विश्वविद्यालय के पुराने छात्रों को यदि अपने प्रमाणपत्रों पर संशोधित उपाधि अंकित करानी है तो वह निर्धारित शुल्क जमा कर नई डिग्री हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा संस्कृत भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी में डिग्री मिलेंगी ताकि छात्रों को विदेशों में भी किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।



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