सुभाष पासी का भगवाधारी होना अब तक नहीं स्वीकार पाए सपाई, कार्यक्रम में जाने पर रास्ते में रोककर किया दुर्व्यहार, हो रही भर्त्सना
सैदपुर। क्षेत्रीय विधायक सुभाष पासी का सपा छोड़कर भाजपा में जाना सपा कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़े झटके के समान है और यही वजह है वो इसे अब तक नहीं स्वीकार कर पाए हैं और विधायक से बेहद नाराज हैं। जिसका असर बुधवार को क्षेत्र के एक गांव में देखने को मिला, जब वो मौखिक रूप से विधायक से अभद्रता तक करने लगे, साथ ही मुख्यमंत्री को अपशब्द भी कहा। हालांकि विधायक ने संयम का परिचय देते हुए बातों से ही मामले को खत्म कर दिया। लेकिन विधायक ने भले ही इस मामले को खत्म कर दिया हो लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं को जैसे एक नया मसाला मिल गया और वो सपा व सपा कार्यकर्ताओं की जमकर खिंचाई करने में जुटे हुए हैं। पूरी घटनाओं के वीडियो भी वायरल हुए हैं। मामला क्षेत्र के चिलौना कलां का है। जहां पर बुधवार की रात विधायक सुभाष पासी एक व्यक्ति के घर पर कार्यक्रम में शरीक होने गए थे। लेकिन गांव में पहुंचने के बाद राकेश यादव मन्नू के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और विधायक के काफिले को रोक लिया। काफिला रूकते ही उनके साथ मौजूद वाई श्रेणी की सुरक्षा में शामिल पुलिसकर्मी उतर गए। विधायक भी उतरे तो उनके सामने ही सपा कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे और मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के लिए अपशब्दों का भी प्रयोग किया। जिसके बाद विधायक से उनकी नोंकझोंक भी हुई। मन्नू यादव का कहना था कि आप सपा से क्यों गए, आपस में बैठकर बात किया होता। जिस पर विधायक ने जवाब दिया कि जिस पार्टी में एक दलित का लगातार अपमान किया जा रहा हो, वहां वो दलित कैसे रह सकता है। इसके बाद उन्होंने कहा कि वो गांव में भाजपा के लिए वोट मांगने न आएं। जिस पर विधायक ने कहा कि उनका काम है वोट मांगना और आपका काम है देना या न देना। घटना के दौरान वहां का तल्ख माहौल व सपा कार्यकर्ताओं का सत्ताधारी विधायक के सामने उग्र तेवर देखकर जहां समाज के अन्य लोग इस घटना की भर्त्सना कर रहे हैं, वहीं सपा कार्यकर्ता इस वीडियो को फॉरवर्ड करके चुटकी ले रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि एक जनप्रतिनिधि के साथ गांव में जाने पर इस तरह का दुर्व्यहार असभ्यता का परिचायक है। इस मामले में विधायक सुभाष पासी से संपर्क किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।