सम्राट स्कंदगुप्त ने किया था बर्बरर हूणों को परास्त, गौरवशाली साम्राज्य के अवशेष स्थल पर मनी अनोखी दीवाली





देवकली। अपने गौरवशाली इतिहास को संजोने वाले क्षेत्र के सैदपुर भितरी स्थित मौर्य वंश के सम्राट स्कंदगुप्त के साम्राज्य के अवशेष व हूणों से मिली ऐतिहासिक विजय के स्मारक स्तंभ पर दीपावली की रात समाजसेवी सनाउल्लाह शन्ने ने गांव के लोगों के साथ दीप जलाए और ग्रामीणों को स्कंदगुप्त के साम्राज्य का इतिहास बताया। कहा कि करीब 375 ईसा पूर्व मौर्य वंश का साम्राज्य गाजीपुर से मगध तक फैला था। उस दौर में बर्बरता के प्रतीक व किसी से न हारने वाले हूणों को स्कंदगुप्त ने इसी सैदपुर की धरती पर मात दी थी। हूणों के खौफ का आलम ये था कि उनसे रोम, मिस्र, यूनान आदि देश थर-थर कांपते थे। यहां तक कि उनके आतंक से ही बचने के लिए चीन ने अपनी ऐतिहासिक दीवार का निर्माण तक कराया। उन हूणों को हराने वाले वीर सम्राट ने अपनी जीत की खुशी में यहां विजय स्तंभ बनवाया, जो आज शासकीय उपेक्षा के चलते ध्वंसावशेष होने की तरफ अग्रसर है। कहा कि ये स्तंभ हमारा स्वाभिमान है और अगर हम अपनी संस्कृति को नहीं संजो सके तो बेकार है। ऐसे में यहां 501 दीप जलाकर दीवाली मनाई गई।



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