बरेली आरपीएफ व क्राइम ब्रांच को मिली ऐसी बड़ी कामयाबी कि आरपीएफ इंडिया को भी करनी पड़ी तारीफ


बरेली। स्थानीय बरेली सिटी आरपीएफ व सीआईबी की टीम ने संयुक्त छापेमारी करते हुए रेलवे की संपत्ति को चोरी कर लंबे समय से रेलवे को चूना लगाने वाले रेलवे के ही सीनियर सेक्शन इंजीनियर कार्य व उसके 3 सहयोगियों व एक कबाड़ी को गिरफ्तार करते हुए लाखों की संपत्ति व अन्य चीजें बरामद की हैं। बरेली सिटी के आरपीएफ प्रभारी नरेश मीणा व इज्जतनगर सीआईबी निरीक्षक प्रवीण कुमार को सूचना मिली कि कुछ लोगों द्वारा रेलवे की संपत्ति को लगातार कबाड़ियों को बेचा जा रहा है। जिसके बाद तफ्तीश करते हुए उन्होंने बरखापुर निवासी कबाड़ी सोनू कश्यप पुत्र राजाराम को धर दबोचा और थाने लाकर उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी बात बताई। उसने मुख्य आरोपी व सीनियर सेक्शन इंजीनियर रोशन लाल जायसवाल पुत्र स्व. गयादीन जायसवाल निवासी शास्त्री नगर समेत मुख्य खरीददार हिम्मत सिंह निवासी एडवोकेट कॉलोनी, नरेंद्र पाल निवासी पिपरा थाना हाफिजगंज नवाबगंज, चिरौंजी लाल निवासी औरंगाबाद, हरीश कुमार निवासी आदर्श नगर नवाबगंज के बारे में बताया। जिसके बाद उन्होंने एसएसई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो उसने बताया कि वो इज्जतनगर रेलवे स्टेशन पर बिल्डिंग व रेलवे अस्पताल के साथ कॉलोनी का काम देखता था। वहां रेलवे के परित्यक्त होने वाले भवन आदि को तोड़ने के बाद उसमें से निकले ईंट, लोहा, मलबा आदि की ऑनलाइन टेंडरिंग न कराकर व उसे आईओडब्ल्यू कार्यालय में न जमा कराकर उसे कबाड़ी को बेच देता था। जिसके बाद पुलिस ने हिम्मत सिंह को पकड़ा और उसकी निशानदेही पर दुकान से कुछ ही दूर खाली प्लॉट से भारी मात्रा में लकड़ी के दरवाजे, खिड़की, रोशनदान, चौखट आदि करीब 1 लाख 95 हजार के सामान की बरामदगी हुई। साथ ही 45 हजार नगद भी बरामद हुए। जिसके बाद पुलिस ने हरीश को छोड़कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है हरीश अब तक फरार है। आरपीएफ व सीआईबी की इस बड़ी कामयाबी के बाद आरपीएफ इंडिया के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी टीम को बधाई दी गई है। टीम में एसआई रामविलास, एएसआई प्रकाश चंद्र कांडपाल, हेकां सत्येन्द्र प्रताप सिंह, गंगराज, कां. हेमंत कुमार, मनोज कुमार, रामाशंकर, शेषधर यादव, सुरेंद्र कुमार, अमित पाल सिंह आदि रहे।
